आईएमए कैंपस में पीपिंग सेरेमनी के दौरान उनकी आंखें नम थीं। गर्व से फूला हुआ सीना इस बात की गवाही दे रहा था कि आज उनकी तपस्या सफल हुई। गणेश साव कहते हैं आज अपने अहसास को शब्दों में बयां करना मुश्किल है। मैं तो डंपर चलाता हूं, लोगों की सेवा करता हूं। अब मेरा बेटा देश की सेवा करेगा। देश सेवा से बढ़कर कुछ भी नहीं। जंबो को आसाम रेजिमेंट की 17 आसाम में कमिशन मिला है। पूरी उम्मीद है कि वह तीरंगे की शान को कभी झुकने नहीं देगा।