बिना विज्ञापन, बिना प्रस्ताव 200 नए सफाई कर्मचारियों की हुई कागजों में भर्ती

भर्ती के बाद तैयार हुआ 15 लाख का बजट

Meerut: अक्सर अपने घोटालों को लेकर चर्चा में रहने वाले निगम के खाते में अब एक ओर घोटाला जुड़ने जा रहा है। मेरठ नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की कमी को दूर करने के लिए 200 सफाई कर्मचारियों की आउटसोर्सिग कंपनी के माध्यम से भर्ती कर दी गई है। परंतु जब इन कर्मचारियों की ड्यूटी के बारे में जानकारी ली गई तो कर्मचारियों का रिकार्ड तक निगम के पास उपलब्ध नहीं मिला।

 

भर्तियों पर उठे सवाल

निगम में गत वर्ष वार्डो की संख्या में इजाफा करते हुए 10 नए वार्ड नगर सीमा में जोड़े गए थे। नए वार्डो के बाद निगम के कुल 90 वार्डो में 2215 कर्मचारियों के अलावा 946 आउटसोर्सिग कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी। परंतु छह माह बाद भी नए वार्डो में सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं हो सकी है। नए वार्डो की समस्या को दूर करने के लिए गत माह बिना विज्ञापन और बिना कार्यकारिणी सदस्यों की जानकारी के 200 सफाई कर्मचारियों की आनन-फानन में भर्ती कर दी गई।

 

निगम का वेतन घोटाला

नए सफाई कर्मचारियों की भर्ती के बाद निगम ने वेतनस्वरूप 7500 रूपये प्रतिमाह के हिसाब से करीब 15 लाख रूपये का वेतन का बजट भी निर्धारित कर दिया। परंतु जब नए नियुक्त सफाई कर्मचारियों का ड्यूटी चार्ट तैयार किया गया तो एक भी कर्मचारी ऑन ड्यूटी नहीं मिला। इस मामले में निगम के पार्षदों ने नगरायुक्त से जानकारी ली तो सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी तो दूर जानकारी तक निगम के रिकार्ड में उपलब्ध नहीं थी।

 

स्वच्छता मित्रों की तलाश

नए सफाई कर्मचारियों को स्वच्छता मित्रों के नाम से ड्यूटी पर लगाया गया था। परंतु सूचना अधिकार के माध्यम से पार्षद अब्दुल गफ्फार ने जब नए स्वच्छता मित्रों की जानकारी मांगी तो विभाग केवल 2215 अस्थाई और 946 स्थायी स्वच्छता मित्रों की जानकारी ही दे सका। पार्षद ने इस मामले में मंडलायुक्त से शिकायत कर मामले की जांच की मांग की है।

 

सफाई निरीक्षकों की सूची तलब कर आउटसोर्सिग कंपनी से उनकी जानकारी मांगी गई है। यदि किसी प्रकार की गड़बड़ी जांच में पाई गई तो संबंधित कंपनी और अधिकारी पर कार्रवाई होगी। फिलहाल भर्ती या वेतन प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है।

अली हसन कर्नी, अपर नगरायुक्त

 

200 सफाई कर्मचारियों को अनावश्यक रूप से भर्ती किया गया है। जबकि वार्डो को पुराने वार्डो में से ही तैयार किया गया है, जहां पहले से ही सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी निर्धारित है। ऐसे में नए सफाई कर्मचारियों की जरूरत कहां हैं।

अब्दुल गफ्फार, पार्षद