-मोहद्दीपुर रामगढ़ताल के किनारे बनेगी सड़क

-गाड़ी, पैदल और साइकिल के लिए अलग से रोड

GORAKHPUR: योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद से शहर की सूरत बदलने में अफसर जुट गए हैं। इसके तहत रामगढ़ताल की खूबसूरती को देखने के लिए एक और रास्ता बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। जल निगम ने इसके लिए बकायदा डीपीआर भी बना लिया है। इसमें कूड़ाघाट की तरफ से आने वाले लोगों के लिए एक और रास्ता भी मिलेगी।

कुछ इस तरह होगी प्रस्तावित सड़क

मोहद्दीपुर आरकेबीके के पास स्थित पर्यटन विभाग के केंद्र के पास से एक रास्ता निकलेगा, जो आरकेबीके की बाउंड्री होते हुए रामगढ़ताल के कुछ अंदर आ जाएगा और यहां से यह रास्ता फिर मोहद्दीपुर कालोनी के किनारे दो जगहों पर 25-25 मीटर के दो पुल बनाए जाएंगे। उसके बाद मोहद्दीपुर पुलिस चौकी के पास 20 मीटर का प्वाइंट बनोगा। जहां लोग जाकर घूम सकते है। यही नहीं जल निगम रोड के एक तरफ तीन दुकानों का निर्माण भी कराएगा। उसके बाद यहां फिर से यह रास्ता बांध पर बनकर सीधे रेलवे कालोनी के पास आएगा और यहां 25 मीटर पुल बनेगा। यह रास्ता पैड़लेगंज पुलिस चौकी के उत्तर की तरफ मेन रोड में मिल जाएगी। यह रास्ता कॉलोनी की तरफ टू-लेन की मेन सड़क रहेगी, जिस पर लग्जरी गाडि़यां या दो पहिया वाहन से लोग आएंगे और जाएंगे। वहीं रामगढ़ताल के किनारे की तरफ चार फीट फुटपाथ का निर्माण किया जाएगा, जो लोगों के टहलने के काम आएगा।

राहत के साथ सुरक्षा भी

इस रोड के बन जाने से सबसे अधिक फायदा गोरखपुर वासियों को होगा, क्योंकि अक्सर कूड़ाघाट की तरफ से आने वाले लोगों को मोहद्दीपुर में जाम की समस्या झेलनी पड़ जाती है। इस रास्ते के बन जाने से लोगों को शहर में आने के लिए एक और रास्ता मिल जाएगा, जिससे मोहद्दीपुर में गाडि़यों की संख्या कम होगी और जाम से पब्लिक को राहत मिलेगी। वहीं, रामगढ़ताल के किनारे रोड बन जाने से बाउंड्री के रूप में काम करेगा।

150 करोड़ की डीपीआर

रामगढ़ताल के सौंदर्यीकरण की जिम्मेदारी जल निगम पर है। जल निगम को इस प्रोजेक्ट में रामगढ़ताल को साफ और सुरक्षित करने के साथ ही साथ पर्यटन केंद्र के रूप में भी विकसित करने की योजना थी। इस योजना में जल निगम द्वारा रामगढ़ताल के पश्चिम और दक्षिण में बांध और उस पर कच्चा रास्ता बना दिया है, जबकि पूर्व की तरफ पहले से ही पक्का रास्ता बना था। इस कार्य के बाद से रामगढ़ताल के उत्तर की तरफ मोहद्दीपुर आरकेबीके से लेकर पैड़लेगंज तक रास्ता बनाने की मांग हो रही थी। शासन की तरफ से इस रास्ता की स्वीकृत मिलते ही जल निगम ने 150 करोड़ रुपए का डीपीआर तैयार कर रहा है।