good news कुंभ के दौरान क्रूज और स्टीमर से संगम में स्नान की योजना तैयार सामान्य दिनों में छतनाग से कौशांबी के बीच मिलेगी क्रूज सेवा <कुंभ के दौरान क्रूज और स्टीमर से संगम में स्नान की योजना तैयार सामान्य दिनों में छतनाग से कौशांबी के बीच मिलेगी क्रूज सेवा allahabad@inext.co.in ALLAHABAD:allahabad@inext.co.in ALLAHABAD: वर्ष 2019 में लगने वाले कुंभ के दौरान हवाई सेवा के साथ लोगों को जल परिवहन की सुविधा भी उपलब्ध होगी। इस संबंध में गुरुवार को पोत परिवहन मंत्रालय भारत सरकार के राष्ट्रीय जलमार्ग प्राधिकरण के सचिव शशिभूषण शुक्ला के साथ कमिश्नर डॉ। आशीष गोयल ने बैठक की। इस दौरान गंगा-यमुना के सीमावर्ती जिलों से जल परिवहन की संभावनाओं पर मंथन हुआ। चलेंगे दो वाटर वेसेल्स बैठक में सहमति बनी कि कुंभ के पहले ही इलाहाबाद के सीमावर्ती क्षेत्रों से गंगा और यमुना में जल परिवहन प्रारंभ कर दिया जाए। प्रयोग के तौर पर माघ मेला से पहले गंगा में न्यूनतम डेढ़ मीटर गहरा पानी मिल जाने पर दो वाटर वेसेल्स (जलपोत) के द्वारा परिवहन प्रारम्भ कर दिये जाने की सम्भावना है। जलमार्ग प्राधिकरण सचिव ने बताया कि भारत सरकार की पहल पर कुंभ के मद्देनजर प्राधिकरण द्वारा दोनों नदियों का भौतिक सर्वे कर लिया गया, जिसमें यमुना में परिवहन हेतु पर्याप्त पानी है और गंगा में दिसंबर में पानी उपलब्ध हो जाएगा। कमिश्नर ने क्रूज सेवाओं को संगम से आगे कौशांबी तक जोड़ने का प्रस्ताव भी दिया। जल परिवहन की जरूरतें गंगा में न्यूनतम डेढ़ मीटर पानी का रहना अनिवार्य तभी दो वेसेल्स < वर्ष ख्0क्9 में लगने वाले कुंभ के दौरान हवाई सेवा के साथ लोगों को जल परिवहन की सुविधा भी उपलब्ध होगी। इस संबंध में गुरुवार को पोत परिवहन मंत्रालय भारत सरकार के राष्ट्रीय जलमार्ग प्राधिकरण के सचिव शशिभूषण शुक्ला के साथ कमिश्नर डॉ। आशीष गोयल ने बैठक की। इस दौरान गंगा-यमुना के सीमावर्ती जिलों से जल परिवहन की संभावनाओं पर मंथन हुआ। चलेंगे दो वाटर वेसेल्स बैठक में सहमति बनी कि कुंभ के पहले ही इलाहाबाद के सीमावर्ती क्षेत्रों से गंगा और यमुना में जल परिवहन प्रारंभ कर दिया जाए। प्रयोग के तौर पर माघ मेला से पहले गंगा में न्यूनतम डेढ़ मीटर गहरा पानी मिल जाने पर दो वाटर वेसेल्स (जलपोत) के द्वारा परिवहन प्रारम्भ कर दिये जाने की सम्भावना है। जलमार्ग प्राधिकरण सचिव ने बताया कि भारत सरकार की पहल पर कुंभ के मद्देनजर प्राधिकरण द्वारा दोनों नदियों का भौतिक सर्वे कर लिया गया, जिसमें यमुना में परिवहन हेतु पर्याप्त पानी है और गंगा में दिसंबर में पानी उपलब्ध हो जाएगा। कमिश्नर ने क्रूज सेवाओं को संगम से आगे कौशांबी तक जोड़ने का प्रस्ताव भी दिया। जल परिवहन की जरूरतें गंगा में न्यूनतम डेढ़ मीटर पानी का रहना अनिवार्य तभी दो वेसेल्स ((जलपोत<जलपोत) ) से परिवहन शुरू किया जा सकेगा यमुना में जरूरत के अनुसार पानी उपलब्ध लेकिन गंगा में नहीं प्रस्ताव जल परिवहन के जरिए पटना, सारनाथ व कौशांबी तो जोड़कर नए बौद्ध परिपथ का निर्माण हो छतनाग में क्रूज जेटी का निर्माण कराया जाय वाराणसी-लखनऊ की तरफ से आने वाले यात्रियों को जल मार्ग से संगम पहुंचाने के लिए फेरी सेवा विकसित की जाय फतेहपुर और कौशांबी जनपदों के यमुना के निकटवर्ती किनारे से कुंभ के दौरान क्रूज सेवा संगम तक स्नान कराने ओर वापस लाने को शुरू की जाय कुंभ के दौरान रीवां की तरफ से आने वाले वाहनों को वाटर वेलेल्स से यमुना पार करवाया जाय उच्च स्तरीय क्रूज, वाटर वेसेल्स व पावर स्टीमर चलवाने पर बात की जाय इलाहाबाद में बनने वाले पांटून पुलों को मशीन से खोलकर क्रूज पास कराए जाएं समस्या का समाधान शहर के आउटर पर जाम से निजात के लिए सामान्य दिनों में भी रीवा की तरफ से आने वाले ट्रकों को वाटर वेसेल्स से यमुना पार कराया जाय छतनाग से बोट क्लब, के बीच त्रिवेणी पुष्प, संगम तथा म्युजियम का दर्शन कराने के लिए गंगा दर्शन सेवा शुरू की जाय ताकि वाहनों का प्रेशर रोड पर कम हो वाराणसी से हल्दिया के बीच वाटर ट्रांसपोर्ट शुरू हो चुका है। इसे यात्री परिवहन के रूप में विकसित करते हुए इलाहाबाद प्रशासन के प्रस्ताव पर भारत सरकार वाराणसी से इलाहाबाद के मध्य गंगा में तथा उसके आगे यमुना में उपलब्ध दूरी तक जल परिवहन प्रारम्भ करने पर विचार कर रही है। शशि भूषण शुक्ला सचिव, राष्ट्रीय जल मार्ग प्राधिकरण जल परिवहन के माध्यम से पटना, सारनाि व कौशांबी को जोड़ने पर नये बौद्ध परिपथ का विकास हो सकता है जो इंटरनेशनल लेवल पर टूरिस्ट्स को अट्रैक्ट करेगा। आशीष गोयल कमिश्नर रीवा की ओर से आने वाले ट्रकों को सामान्य दिनों में भी वाटर वेसेल्स से यमुना पार कराना सुनिश्चित होने पर शहर को जाम से काफी हद तक मुक्ति मिल जाएगी। सुहास एलवाई डीएम