-59,424 अभ्यर्थियों ने दी थी आठ मंडलों मं लिखित परीक्षा

-सितंबर में हुई थी परीक्षा, अब दोबारा होगा एग्जाम

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LUCKNOW : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उप्र ने राज्य एवं जनपद स्तर पर संविदा के 62 पदों के सापेक्ष 1984 रिक्तियों पर भर्ती के लिए कराई गई लिखित परीक्षा रद कर दी है। पिछले वर्ष 9 सितंबर को प्रदेश के आठ मंडलों में कराई गई लिखित परीक्षा में 59,424 अभ्यर्थियों ने एग्जाम दिया था। यह लिखित परीक्षा भारत सरकार द्वारा नामित एजेंसी मै। किटको के माध्यम से कराई गई थी। एनएचएम की ओर से कराई गई जांच में साबित हुआ है कि कंपनी ने रिजल्ट में धांधली की है। जिसके कारण मै। किटको एजेंसी के खिलाफ एनएचएम की ओर से एफआईआर भी दर्ज करायी जा रही है।

पकड़ में आई गड़बड़ी
नेशनल हेल्थ मिशन के अधिकारियों के अनुसार एजेंसी मै। किटको का चयन ई-टेंडरिंग से किया गया था। अधिकारियों के अनुसार परीक्षा को पारदर्शी रखने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से उत्तर पुस्तिका में तीन प्रति वाली ओएमआर शीट की व्यवस्था की गयी। जिसमें प्रथम (मूल कॉपी) ओएमआर शीट एंजेसी, दूसरी कॉपी (ऑफिस कॉपी) व तृतीय शीट परीक्षार्थियों को प्रदान की गयी। द्वितीय प्रति (ऑफिस कॉपी) को सीलबंद बक्से में संबधित मंडल की ट्रेजरी, जिलाधिकारी कार्यालय में सुरक्षित किया गया था

जांच में फंसी एजेंसी
एनएचएम के अधिकारियों के अनुसार परीक्षा की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए जिलों के स्थान पर मंडल में कराई जाती है। परीक्षा प्रक्रिया का डीएम द्वारा गठित टीम द्वारा पर्यवेक्षण भी किया गया। एजेंसी द्वारा उपलब्ध कराए गए रिजल्ट की शुद्धता जानने के लिए परीक्षा परिणाम का ट्रेजरी में रखी दूसरी कॉपी ओएमआर शीट से भौतिक सत्यापन कराया गया जिसमें विसंगतियां पायी गयी। जिससे स्पष्ट हुआ है कि एजेंसी ने परीक्षा परिणाम प्रक्रिया को दूषित किया है। इसलिए परीक्षा को निरस्त कर दिया गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से मै। किटको लि। को ब्लैकलिस्ट करने के लिए भारत सरकार से अनुरोध करने के साथ ही अन्य कार्रवाई की जा रही है। मामले में एजेंसी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जा रही है।