RANCHI: आतंकी से दोस्ती के मामले में एनआईए रांची के डॉक्टरों से पूछताछ करेगी। बरियातू में रहनेवाले डॉ सैय्यद एजाज हाशमी व डॉ शोएब अख्तर को पटना एनआईए ने सम्मन भेजा है। इन्हें क्8 जनवरी को पटना एनआईए की अदालत में पेश होना है, जहां इनसे पटना बम विस्फोट के मुख्य सूत्रधार मुजिबुल्ला हैदर अली उर्फ ब्यूटी से संपर्क और उसके लैपटॉप के बारे में पूछताछ की जाएगी। दोनों की गवाही भी दर्ज होगी। गौरतलब हो कि मामले में आईओ डीएसपी बीएन सिंह की गवाही पहले ही हो चुकी है। उन्होंने पटना बम विस्फोट से जुड़े तमाम दस्तावेज भी एनआईए के हवाले कर दिया है।

इदरिश लॉज में मिला था आतंकी का लैपटॉप

गौरतलब हो कि ख्7 अक्टूबर, ख्0क्फ् को पटना में सीरियल बम ब्लास्ट कांड हुआ था। इसमें दो आतंकी मारे गए थे और अन्य गिरफ्तार हुए थे। इनकी निशानदेही पर रांची के धुर्वा सीठियो, हिंदपीढ़ी के ईरम लॉज व बरियातू के इदरिश लॉज में छापेमारी हुई थी। भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री व आपत्तिजनक वस्तुएं मिली थीं। एनआइए ने बरियातू थाना क्षेत्र स्थित इदरिश लॉज में छापेमारी के दौरान डॉ। सैय्यद एजाज हाशमी के कमरे से बम बनाने के सामान मसलन विस्फोटक, टाइमर, बूस्टर्स, तार बरामद किया था। वहीं, डॉ शोएब अख्तर के कमरे से एक लैपटॉप मिला था, जिसका यूज ई-मेल आदि करने में होता था। पूछताछ में पता चला था कि वो लैपटॉप डॉ सैय्यद एजाज हाशमी को आतंकी हैदर ने दिया था। जिसे डॉ हाशमी ने अपने दोस्त डॉ शोएब अख्तर को दे दिया था। एनआइए की पूछताछ में आतंकी हैदर से डॉ। हाशमी का सीधा संबंध भी सामने आया था। डॉ। शोएब अख्तर मूल रूप से धनबाद के मैथन के निवासी हैं, जो यूनानी पद्वति से चिकित्सा करते हैं।

हैदर के बम हुए थे यूज

खादगढ़ा बस स्टैंड से मई ख्0क्ब् को गिरफ्तार मुजिबुल्ला हैदर अली की गिरफ्तारी के बाद यह राज खुला था। हैदर आतंकियों का बम विशेषज्ञ था। उसके बनाए गए बम ही पटना व गया में सीरियल ब्लास्ट में इस्तेमाल किए गए थे। उसकी निशानदेही पर ही इदरिश लॉज में भी छापा पड़ा था और तब दोनों डॉक्टर हिरासत में लिए गए थे।