- हैदराबाद सीएफएसएल की रिपोर्ट का एनआईए मुख्यालय को इंतजार

- गुरुवार को रिपोर्ट के दिल्ली भेजे जाने के आसार, इसके बाद होगा फैसला

LUCKNOW :

यूपी विधानसभा में विस्फोटक मिलने की जांच कर रही एनआईए जल्द ही इस केस को क्लोज करने की तैयारी में है। एनआईए के सूत्रों की माने तो विस्फोटक के पीईटीएन होने के दावे की हैदराबाद स्थित सेंट्रल फोरेसिंक साइंस लैबोरेटरी से जांच करायी गयी थी। जांच में इसे पीईटीएन के बजाय कोई क्रिस्टल जैसा पदार्थ बताया गया जिसके बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया। इस मामले की जांच करने लखनऊ आई एनआईए की टीम को यह रिपोर्ट मिल गयी है जिसे गुरुवार को दिल्ली भेज दिया जाएगा। दिल्ली में एनआईए मुख्यालय के अधिकारी रिपोर्ट का फौरी तौर पर अध्ययन करने के बाद इस मामले को खत्म करने का फैसला ले सकते हैं।

केस में नहीं बचा दम

एनआईए के उच्च पदस्थ अधिकारियों की मानें तो अब इस केस में कोई दम नहीं बचा है। हैदराबाद सीएफएसएल की रिपोर्ट का उच्चाधिकारियों द्वारा एक बार अध्ययन किया जाना बाकी है, इसके बाद केस को बंद करने की औपचारिकता पूरी कर दी जाएगी। दरअसल यह सारी गड़बडी लखनऊ एफएसएल की उस प्रारंभिक रिपोर्ट के बाद पनपी जिसमें विधानसभा के मुख्य मंडप में सीट नंबर 80 के नीचे मिले संदिग्ध पाउडर के पीईटीएन होने का दावा किया गया था। बाद में तकनीकी सेवा शाखा की जांच में पाया कि एफएसएल के वैज्ञानिकों ने एक्सपायर्ड किट से संदिग्ध पाउडर की जांच कर आनन-फानन में अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी थी। वहीं इस मामले ने ज्यादा तूल तब पकड़ लिया जब गृह विभाग के अधिकारियों ने पाउडर के विस्फोटक होने की पुष्टि के लिए सैंपल आगरा एफएसएल भेजे जाने को नकार दिया जबकि एटीएस को भेजी अपनी रिपोर्ट में आगरा एफएसएल ने इसके पीईटीएन के बजाय क्रिस्टलीय पदार्थ होने की पुष्टि की थी। इसके बाद आनन-फानन में एक और सैंपल हैदराबाद एफएसएल भेजा गया। वहां भी इसके क्रिस्टलीय पदार्थ होने की पुष्टि की गयी है।