डायरेक्टर को सौंपी ट्रॉफी
इटली से प्राइज जीत कर लौटी टीम थ्रस्टर्स ने ट्रॉफी फैकल्टी एडवाइजर्स प्रोफेसर मनोज कुमार और प्रोफेसर अमितेष कुमार को सौंप दी और फिर दोनों और स्टूडेंट्स के द्वारा यह ट्रॉफी निफ्ट डायरेक्टर प्रोफेसर संजय कुमार को सौंप दी गई।

रोम में एंबेसडर ने दी बधाई
एनआईएफएफटी की कार को इटली ले गए टीम के मेंबर विकास उत्सव ने बताया कि इटली में जैसे ही टीम के अचीवमेंट की जानकारी रोम में इंडियन एंबेसडर को मिली उन्होंने न सिर्फ टीम को बधाई दी बल्कि उन्हें चाय पर भी बुलाया। निफ्ट की जिस फार्मूला कार ने इटली में प्राइज जीता है, वह 500 सीसी के इंजन से लैस है और इसे तैयार करने में पांच लाख पैंतीस हजार रुपए खर्च हुए थे।

150 किमी है कार की स्पीड
कार की टॉप स्पीड 150 किमी प्रति घंटा है। इटली में एसएई का यह इवेंट ऑटोड्रोम वरानो डिमिलगारी में 13 से 16 सितंबर तक चला था। इस इवेंट में पूरी दुनिया से 97 टीम ने पार्टिसिपेट किया था, जिसमें इंडिया से 9 टीम गई थी। इवेंट में  एनआईएफएफटी की टीम थ्रस्टर्स ने क्लास थ्री स्टैटिक इवेंट में ओवरऑल विनर का दर्जा हासिल किया था। उन्होंने इवेंट में यूनिवर्सिटी ऑफ नेपोली की टीम को 9 प्वाइंट डिफरेंस से हराया था। एफएएसई के इतिहास में यह पहली बार है कि इंडियन सबकांटिनेंट से किसी टीम ने टॉप प्राइज हासिल किया है।

कौन-कौन शामिल थे टीम में
विनर बननेवाली इस टीम में विकास उत्सव, उत्सव महतो, धर्मेंंद्र पटेल, अक्षय त्रिपाठी, अभ्यंकर, कुमार संभव, राजवद्र्धन, बिट्टू गुप्ता, हितेश गोधवानी, अंकित गुप्ता, रोहित उज्जिर, राजा कुमार शाह, तरुणेंद्र तिवारी, मानस गोंड, अनुरूप कुलश्रेष्ठ, विशाल पांडेय, आशुतोष सारस्वत,  सूरज राय, वैभव चौधरी, केसी अक्षय कुमार, अभिमन्यु यादव और वागीश अरोड़ा शामिल थे।

दिन-रात की मेहनत
निफ्ट की फार्मूला वन टीम के मेंबर उत्सव महतो ने बताया कि इटली में हुए इवेंट में पार्टिसिपेट करने का प्रॉसेस 2013 के जनवरी से शुरू हो गया था। इस समय उन्होंने एफएसएई इटली में रजिस्ट्रेशन कराया था। इसके बाद उन्होंने कार की डिजाइन रिपोर्ट सौंपी थी। यह प्रॉसेस पूरा होने के बाद टीम के मेंबर्स ने दिन-रात की मेहनत से कार को तैयार कर लिया था। टीम मेंबर कुमार संभव ने बताया कि अब उनका लक्ष्य नेक्स्ट ईयर फार्मूला वन के डायनेमिक इवेंट में विनर बनना है।