-फ्री वॉटर टैंकों को आदेश के खिलाफ कहीं और मोटी कीमत में भेजा

-महिला पार्षद ने की कंप्लेन, कर्मचारी ने की बदसलूकी और धमकी दी

BAREILLY: पब्लिक की बुनियादी जरूरतें पूरी करने में पिछड़ रहे नगर निगम में अब मुफ्त सुविधाओं को भी मोटी रकम लेकर किसी और को बेचा जा रहा है। एक महिला पार्षद ने जनता के लिए निगम की ओर से अप्रूव्ड मुफ्त पानी के टैंकर न भेजे जाने और दागियों के इस पानी को पैसे लेकर कहीं और बेचे जाने का गंभीर आरोप लगाया है। महिला पार्षद ने इस फर्जीवाड़े की शिकायत करने पर निगम के एक फोर्थ क्लास कर्मचारी पर बदतमीजी करने और धमकी देकर दबाव बनाने के भी आरोप लगाए हैं। महिला पार्षद ने मंडे को निगम में नगर आयुक्त से इस पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई। जिस पर नगर आयुक्त ने जलकल विभाग के सभी कर्मचारियों की जांच और रिपोर्ट तीन दिन में देने के आदेश्ा दिए हैं।

लंगर का पानी भी बेचा

पिछले दिनों पीर बहोड़ा में हुए एक दिनी उर्स में हुए लंगर में पब्लिक के लिए पानी का इंतजाम होना था। वार्ड 7 की पार्षद उर्मिला देवी ने मेयर डॉ। आईएस तोमर से मुफ्त में ब् वॉटर टैंक अवेलेबल कराने की अपील की थी। जिस पर मेयर ने अप्रूवल देते हुए जलकल विभाग को पानी का इंतजाम करने के निर्देश दिए थे। लेकिन तय समय पर पानी न पहुंचने पर गर्मी में लोगों को परेशानी हुई। महिला पार्षद ने नगर आयुक्त को शिकायत में कहा कि भंडारे के लिए अप्रूव्ड पानी को क्ख्00 रुपए पर टैंकर के रेट से कहीं और बेच दिया गया और इसकी जानकारी तक अधिकारियों को नहीं दी गई।

मिसबिहेव पर फंसा जलकल

मंजूरी के बावजूद पानी का एक भी टैंकर न मिलने पर महिला पार्षद ने अधिकारियों से समस्या बताई। अधिकारियों से मिली जानकारी पर पार्षद ने जलकल के एक कर्मचारी को फोन कर वॉटर टैंक न मिलने पर कंप्लेन की, जिस पर कर्मचारी भड़क गया। पार्षद के मुताबिक कर्मचारी ने उनसे बेहद बदतमीजी से बात की और निगम में न घुसने की धमकी दी। पार्षद ने संडे को पहले मेयर से और फिर मंडे को नगर आयुक्त से कंप्लेन की, जिसमें पूरा जलकल विभाग जांच के दायरे में नप गया।

महिला पार्षद से निगम के कर्मचारी की ओर से मिसबिहेव करने और पानी बेचने की कंप्लेन मिली है। जलकल विभाग के सभी कर्मचारियों की जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। तीन दिन में रिपोर्ट मांगी गई है। - उमेश प्रताप सिंह, नगर आयुक्त