- रात में प्रेशर कम होने से बढ़ जाता है खतरा

- रात के समय पटाखों से निकलने वाली गैस नहीं जा पाती ज्यादा दूर

Meerut:: दिवाली आने में बस एक दिन बाकी हैं, आप भी आतिशबाजी के लिए उत्सुक होंगे मगर इसके नुकसान भी जान लीजिए। विशेषज्ञ बताते हैं कि रात में पटाखा चलाने से ज्यादा नुकसान है। न सिर्फ आपको बल्कि आपके पड़ोसियों के स्वास्थ्य को भी खतरा हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि दीपों का पर्व उल्लास के साथ मनाएं, अंधाधुंध आतिशबाजी का उपयोग कर बीमारियों का न्योता न दें।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

मेरठ कालेज में पर्यावरण विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ। एपी सिंह ने बताया कि रात में दिन की अपेक्षा एयर प्रेशर कई गुना कम हो जाता है। इसलिए रात में पटाखा चलाने पर निकलने वाली जहरीली गैस हवा के साथ दूर नहीं जा पाती हैं। नतीजतन पटाखों से निकलने वाली जहरीली गैस हमारे आस-पास हवा में घुल जाती है। इससे हमारे आस-पास वायु प्रदूषण की सांद्रता कई गुना बढ़ जाती है।

ये खतरनाक गैसें निकलती हैं

पटाखा चलाने पर कार्बन मोनो आक्साइड, कार्बन डाई आक्साइड, पोटेशियम क्लोराइड और फास्फोरस सल्फाइड आदि गैसे जहरीली निकलती है। यह गैस हम खुद और अपने आस पास के लोगों को सांस के रुप में लेने को मजबूर कर देते हैं। इससे दम घुटने, चक्कर आने, उल्टी, सांस फूलने और बेहोशी आने जैसा महसूस होता है। यह गैस 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों के लिए और भी अधिक नुकसानदायक होती है।

वर्जन

रात में आतिशबाजी बहुत खतरनाक साबित हो सकती है, दमा और अस्थमा वाले रोगियों को अटैक तक आ सकता है, इसलिए रात में आतिशबाजी से बचें।

डॉ.आलोक गर्ग, हार्ट रोग विशेषज्ञ

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