- नकल विहीन परीक्षा कराने की शिक्षा मंत्री की तैयारी पहले दिन ही फेल

- दसवीं की परीक्षा देने आया था बीए का छात्र, फर्जीवाड़े से एग्जाम देता पकड़ा गया परीक्षार्थी

Meerut : यूपी बोर्ड एग्जाम को नकलविहीन बनाने के लिए माध्यमिक शिक्षा मंत्री महबूब अली व आलाधिकारियों ने भी खूब दावे किए थे, लेकिन परीक्षा की शुरुआत में सारे दावे फेल नजर आए। जोर-शोर से परीक्षा को नकलविहीन कराने के लिए शिक्षा मंत्री ने भी बड़े-बड़े प्लान तैयार किए थे, लेकिन नकलमाफियों को रोकने वाला कोई नहीं, यह पहली परीक्षा में साबित हो गया। हिंदी के एग्जाम में इंटर व हाईस्कूल के टोटल नौ नकलची मंडल में पकड़े गए।

बीए का छात्र दे रहा एग्जाम

सर्वोदय इंटर कॉलेज, खटकी परीक्षितगढ़ में सुबह हाईस्कूल हिंदी की परीक्षा देते हुए एक फर्जी परीक्षार्थी पकड़ में आया है। यह परीक्षार्थी एक प्राइवेट छात्र की जगह परीक्षा देने पहुंचा हुआ था। फर्जीवाड़े से परीक्षा देने वाला यह स्टूडेंट अस्सा गांव से था। सेंटर में जैसे ही रोल नम्बर लिस्ट में हस्ताक्षर करने के लिए स्टूडेंट्स को लिस्ट दी गई तो इस परीक्षार्थी की फोटो का मिलान करने पर पता लगा कि परीक्षार्थी फर्जी है। केंद्र व्यवस्थापक सुबोध ने बताया कि संबंधित रिपोर्ट परीक्षितगढ़ थाने को दे दी गई है।

नकल का फर्रा

मवाना इंटर कॉलेज, मवाना में इंटर की परीक्षा देने आया एक छात्र नकल के लिए पूरा फर्रा लेकर आया। सचल दस्तों की चेकिंग के दौरान इस परीक्षार्थी के पास से नकल की पर्चियां निकलीं। सेंटर टीचर अनिल ने बताया कि संबंधित दोषी छात्र पर एफआईआर दर्ज कर दी गई है।