9 फरवरी की दोपहर 12.25 बजे से शुरु होगा मुहूर्त
10 फरवरी को दोपहर 2.08 बजे तक रहेगा विशेष संयोग
पूजन का मुहूर्त
सुबह 6.40 बजे से दोपहर 12.12तक
Meerut। सरस्वती महाभागे विद्ये कमललोचने इस वर्ष माघ शुक्ल पंचमी रविवार 10 फरवरी को विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती की पूजा होगी। सरस्वती ब्रह्म की शक्ति के रूप में भी जानी जाती हैं। नदियों की देवी के रूप में भी इनकी पूजा की जाती है। साथ ही मां सरस्वती को विद्या एवं बुद्धि की देवी माना जाता है। इस दिन लोग उनसे विद्या, बुद्धि, कला एवं ज्ञान का वरदान भी मांगते हैं।
बन रहा महासंयोग
इस वर्ष सरस्वती पूजा पर ग्रह-गोचरों का महासंयोग बन रहा है। ज्योतिष भारत ज्ञान भूषण ने बताया कि सरस्वती पूजा पर रविवार, रविसिद्धियोग, अबूझ नक्षत्र और 10 तारीख का महासंयोग बन रहा है। ऐसा संयोग पूरे नौ साल बाद बन रहा है। माघ शुक्ल पंचमी शनिवार नौ फरवरी की दोपहर 12.25 बजे से शुरु होगा जो रविवार 10 फरवरी को दोपहर 2.08 बजे तक है। पूजन के समय अबूझ नक्षत्र का भी संयोग बना है। पूजन का सबसे शुभ मुहुर्त सुबह 6.40 बजे से दोपहर 12.12 बजे तक है।
सरस्वती पूजा पर मंत्र दीक्षा, नवजात शिशुओं का विद्या आरंभ भी किया जाता है। इस तिथि पर मां सरस्वती के साथ गणेश, लक्ष्मी और पुस्तक - लेखनी की पूजा अति फलदायी मानी जाती है।
हरिचंद जोशी, विल्वेश्वरनाथ मंदिर
सरस्वती पूजा पर विशेषकर शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। बच्चों की शिक्षा के लिए व लक्ष्मी के लिए यह पूजा फलदायी मानी जाती है। इस दिन घर में विशेषकर पीले चावल बनाए जाते हैं और मां को भोग लगाया जाता है। इस दिन पीले वस्त्र पहनने भी शुभ माना जाता है।
श्रीधर त्रिपाठी, औघड़नाथ मंदिर