बंदी बनाए रखने का विचार

जानकारी के मुताबिक दिसंबर 2012 के दिल्ली गैंग रेप केस से जुड़ी एक बड़ी खबर आ रही है। कहा जा रहा है कि इस मामले में शामिल रहे नाबालिग को लेकर लोगों में काफी आक्रोश हैं। लोगों का कहना है कि इसे इसके गुनाहों की सजा अभी मिलनी बाकी है। इस दर्दनाक वारदात की शिकार बनी 'निर्भया' के पिता बद्रीनाथ का कहना है कि अभी उसे और सजा मिलनी चाहिए। कहा जा रहा है कि नाबालिग को रिहा करने को लेकर जनता के आक्रोश की आशंका के चलते गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से सलाह मशविरा किया है। ऐसे में सूत्रों की मानें तो 22 दिसंबर को नाबालिग सुधार गृह से तो बाहर आ जाएगा लेकिन उसे आजाद नहीं किया जाएगा। दिल्ली पुलिस ने उस आरोपी को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की धाराओं के तहत करीब 1 साल बाद बरी करने की तैयारी की है। यानी कि उसे आगे भी बंदी बनाए रखने का विचार किया है। जिसके चलते उस नाबालिग को एनजीओ की निगरानी में रहना होगा।

18 वर्ष से कुछ माह ही कम

बताते चलें कि 16 दिसंबर, 2012 को दिल्ली के बसंत विहार में 'निर्भया' के साथ गैंगरेप हुआ था। इस मामले को लेकर देश में काफी विरोध भी हुआ था। इस अपराध में शामिल बाकी चार अपराधियों को फांसी की सज़ा सुनाई जा चुकी है। वहीं पांचवे अपराधी की जेल में ही मौत हो गई थी। वहीं इस नाबालिग की वारदात के समय उम्र 18 वर्ष से कुछ माह ही कम थी। यह दिल्ली की बसों में कंडक्टर का काम करता था। ऐसे में दिल्ली के आनंद विहार बस स्टैंड से ही इसे गिरफ्तार हुए इस नाबालिग ने भी इस हादसे को बर्बरता से अंजाम दिया था। ऐसे में उसके नाबालिग होने से उसके बचने पर लोग विरोध कर रहे हैं।

inextlive from India News Desk

National News inextlive from India News Desk