-झारखंड में पहली बार हाइड्रोलिक सिस्टम का हुआ इस्तेमाल

-जबलपुर से मंगाया गया हाइड्रोलिक सिस्टम, होगी आसानी

-निशान साहिब की ऊंचाई 87 फीट और वजन है 1200 किलो

- इन्द्रजीत सिंह को सिरोपा व शाल देकर सम्मानित किया गया

JAMSHEDPUR: झारखंड में पहली बार हाइड्रोलिक सिस्टम का प्रयोग कर मानगो जवाहरनगर के रोड नंबर-क्फ् स्थित गुरुद्वारा संत कुटिया साहिब में निशान साहिब को स्थापित किया गया है। यह निशान साहिब वैशाखी के दिन अरदास के बाद लगाया गया है। निशान साहिब की ऊंचाई 87 फीट है और इसका वजन क्ख्00 किलोग्राम है। इसे बनाने में करीब फ् लाख रुपये की लागत आई है। निशान साहिब को स्थापित करने के दौरान सीजीपीसी के प्रधान सरदार इंद्रजीत सिंह, सरदार शरदूल सिंह, एस कृपाल सिंह, जसवीर सिंह, प्रेम सिंह, लखविंदर सिंह, जसवीर सिंह संधु समेत अन्य मौजूद थे। इस मौके पर इन्द्रजीत सिंह को सिरोपा व शाल देकर सम्मानित किया गया।

अब होगी आसानी

संत कुटिया गुरुद्वारा के प्रधान सरदार शरदूल सिंह ने बताया पहले निशान साहिब का चोला बदलने के लिए किसी एक सिख को निशान साहिब के ऊपर तक चढ़ना पढ़ता था। लेकिन अब इस हाइड्रोलिक सिस्टम के कारण निशान साहिब को सीधे जमीन से ऊपर तीन से चार फिट पर लिटाया जा सकता है। अब निशान साहिब का चोला बदलने की सेवा एक साथ कई लोग कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से जबलपुर से उनके द्वारा हाइड्रोलिक सिस्टम को मंगवाकर निशान साहिब को स्थापित किया गया है। अब निशान साहिब का चोला बदलना भी आसान हो गया है।