गुमशुदगी बदला अपहरण में
पिता रमेश रजक परेशान हैं कि उनके इकलौते बेटे का क्या कसूर है कि उसे किडनैप किया गया। जानकारी हो कि सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के रानीघाट के देवकी निवास में रह कर पढ़ाई करने वाला रवि 23 जून की रात आठ बजे से गायब है। मधेपुरा के जयप्रकाश नगर के रहने वाले रमेश रजक के 22 वर्षीय बेटा है रवि। रमेश रजक मिडिल स्कूल में हेडमास्टर हैं। उनका करीब एक क_े में दोमंजिला मकान है। कोई खेतीबारी या अन्य सोर्स ऑफ इनकम नहीं है।

24 जून को मामला हुआ था दर्ज
देवकी निवास में रवि के अलावा उसका चचेरा भाई सुभाष उर्फ छोटू, उसका पड़ोसी विप्लव विजय, भागलपुर का कुंदन कुमार एवं नालंदा का आशुतोष कुमार रहता है। रवि तीन मोबाइल नं 9431830345, 9546488303 एवं 8434687193 यूज करता था। रवि जब हॉस्टल से निकला, तो उसकी अंगुली में चार सोने की अंगुठी, एक सोने की चेन, कलाई घड़ी व कुछ कैश था। उसकी मिसिंग की सूचना सुल्तानगंज थाना 24 जून को दर्ज करायी गयी। इसके बाद 27 जून को सुल्तानगंज थाना में कांड 102/12 दर्ज किया गया और इसके अनुसंधानकर्ता एसएचओ मृत्युंजय कुमार सिंह हैं.

25 को की फिरौती की मांग
सहरसा के रहने वाले रवि के मौसा रंजन कुमार रंजन के मोबाइल 9430964804 पर रवि के सेल से 2.57 बजे छह लाख रुपये की मांग की गयी। इसी डेट को रात 8.57 बजे 20 लाख रुपये की मांग की गयी। फिर 26 जून को रुपये की व्यवस्था के बारे में जानकारी मांगी गयी। इस दौरान कहा गया कि 27 जून को रवि से बात करायेंगे और जहां रुपया जमा करने के लिए कहेंगे वहां जमा कर देना। यह कॉल जिस समय आया रवि के पिता सिटी डीएसपी सुशील कुमार के ऑफिस में थे और सुल्तानगंज थाना के एसएचओ मृत्युंजय भी मौजूद थे। आवाज को रिकार्ड कर लिया गया। रवि के पिता को ब्रिजमोहन ही अपहरण की जानकारी दी थी। रमेश रजक बताते हैं कि ब्रिजमोहन छह माह पूर्व मधेपुरा में उनसे कहा था कि रवि के कारण ही उनका रुपया मधेपुरा में फंसा है। ब्रिजमोहन के बारे में एफआईआर में जब जिक्र किया गया, तो पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया.

रवि के अपहरण के मामले में उसके तीनों मोबाइल सर्विलांस पर लिये गये हैं। उसका लोकेशन लगातार बदल रहा है। वैसे हाजीपुर के आसपास मिल रहा है। उसकी रिकवरी का प्रयास जारी है.
किम, सिटी एसपी.