- 277 पन्नों का आरोप-पत्र पीएम को सौंपा गया

- पीएम ने रेल को और रेल ने सीबीआई को भेजा

- होम डिपार्टमेंट भी अपने लेवल से है एक्टिव

PATNA: बिहार के सीएम जीतन राम मांझी ने बीजेपी को कहा कि विजिलेंस की फाइल खोल दें, तो बीजेपी के कुछ नेता कहीं के नहीं रहेंगे। दूसरी तरफ इस बयान से पहले ही एक्स सीएम नीतीश कुमार पर लगे आरोपों की जांच में तेजी आने की चर्चा है। नीतीश कुमार ने नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद सीएम की कुर्सी छोड़ दी थी और जीतन राम मांझी को बिहार का सीएम बनवा दिया। जेडीयू ये तय भी कर चुकी है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बिहार का विधानसभा इलेक्शन लड़ा जाएगा, लेकिन इलेक्शन से पहले नीतीश पर लगे आरोप के मामलों में नये मोड़ आने के बड़े संकेत मिलने लगे हैं। कहीं ये आरोप जेडीयू के लिए नए केकटस ना साबित हो जाए!

नरेन्द्र मोदी तक पहुंचा आरोपों का पुलिंदा

जिस दिन नरेन्द्र मोदी पीएम बनने की शपथ ले रहे थे, यानी ख्म् मई ख्0क्ब् को ठीक उसी दिन उन्हें ख्77 पन्नों का ऐसा दस्तावेज दिया गया, जिसमें नीतीश कुमार से जुड़े आरोपों का विस्तार से वर्णन था। इसमें स्लीपर, जैक की खरीद और डोगरे का मामला है। ये मामले उस समय के हैं जब नीतीश कुमार रेल मिनिस्टर थे।

तेज होगी मुसीबत

पीएम के साथ-साथ आरोपों की ये भारी फाइल होम मिनिस्टर को भी दी गई। पीएम ने इस मामलों को रेल मिनिस्ट्री को भेजा। रेल ने ओरिजनल कॉपी सीबीआई को भेजी। सीबीआई ने इसे पटना, सीबीआई को भेजा। पटना सीबीआई /एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) ने इसे ये कहकर सीबीआई, दिल्ली शाखा को क्षेत्राधिकार के नाम पर भेज दिया कि पटना ब्रांच ने इस पर कोई जांच नहीं की है। सूत्र बताते हैं कि इस मामले में पड़ताल तेज कर दी गई है। ये जांच आने वाले समय में नीतीश कुमार के लिए नई मुश्किलें खड़ी कर सकती है।

इन मामलों के बारे में जानिए

स्लीपर से जुड़े आरोप

इसमें लोक चेतना मंच के कनवेनर मिथिलेश कुमार सिंह ने आरोप लगाया है कि स्लीपर की खरीद में बड़ा घोटाला हुआ। आरोप में कहा गया है कि कई कंपनियों के दावों को खारिज करते हुए बिना टेंडर के ही दया इंजीनियरिंग व‌र्क्स से रेल स्लीपर की खरीद की अनुमति दे दी गई। ये कंपनी दयानंद सहाय की थी, पार्टनर थे धीरेन्द्र अग्रवाल। दोनों राजनीति में बड़े रसूख रखते थे। इसमें करोड़ों की गड़बड़ी का आरोप है। रेलवे का खर्च बढ़ने का आरोप भी लगा।

जैक से जुड़े आरोप

जैक से जुड़े आरोप में कहा गया है कि जैक की खरीद विदेशी कंपनी से की गई। देशी कंपनी बेल्को के बजाय विदेशी कंपनी ल्यूकस से जैक की खरीद की गई। जबकि एक्स पीएम चंद्रशेखर ने भी नीतीश कुमार को पत्र लिखा था कि- विदेशी कंपनियों को आपूर्ति आदेश देने के पहले इंडियन कंपनी के दावे की समीक्षा करते हुए सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाए। इस मामले में तत्कालीन लोकसभा मेंबर ब्रह्मानंद मंडल और रघुनाथ झा तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को पत्र लिखा था।

डोंगरे का मामला क्या है

रमेश डोंगरे, पत्नी संघमित्रा, पुत्र श्वेतम, पुत्री नेहा और प्रियंका ने कीटनाशक खा लिया था। प्रियंका को छोड़ सभी की डेथ हो गई। आरोप रेलवे में नौकरी के नाम पर दूसरे माध्यम से रुपए लेने और अन्य प्रताड़ना का लगाया गया था। पीएम को लिखे पत्र में मिथिलेश सिंह ने कहा है कि स्व। रमेश डोंगरे का परिवार सहित रामटेक(नागपुर) में सामूहिक आत्महत्या प्रकरण में नीतीश कुमार की प्रत्यक्ष भूमिका के सबंध में सूचना का अधिकार अधिनियम ख्00भ् के तहत प्राप्त दस्तावेजों पर आधारित तथ्यों एवं दस्तावेजों की छायाप्रति संलग्न है।

चारा मामले में फैसला आना बाकी है

चारा घोटाला मामले में लालू प्रसाद पर तो आरोप तय हो गया। कोर्ट ने सजा भी सुना दी। लेकिन नीतीश कुमार से जुड़ा मामला खत्म नहीं हुआ है। तमाम सुनवाइयों के बाद रांची कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है। इस फैसले का इंतजार लोगों को है। फैसला अगर नीतीश कुमार के पक्ष में आता है तो कोई बात नहीं, लेकिन कोर्ट ने नीतीश कुमार को भी इस मामले में आरोपित माना तो उनकी सिरदर्दी बढ़ सकती है।

नीतीश पहले ही कह चुके हैं-कोई टकसाल

नीतीश कुमार अपने ऊपर लगे आरोप के बारे में बहुत पहले ही चर्चित बयान दे चुके हैं। उन्होंने कहा था कि दुनिया की कोई टकसाल ऐसी नहीं बनी, जो मुझे खरीद सके।