-स्पष्ट करना चाहिए कि भाजपा, केन्द्र सरकार, संसद की क्या भूमिका है?

PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बताना चाहिए कि 'नेशनल हेराल्ड' मामले में केन्द्र की भाजपा सरकार बदले की भावना से कार्रवाई कैसे कर रही है? सोनिया गांधी और राहुल गांधी से जुड़े इस मामले में जब कोर्ट ने सम्मन जारी किया है तो फिर इसमें संसद, कार्यपालिका या भाजपा की क्या भूमिका है? क्या गांधी परिवार देश के कानून और कोर्ट से ऊपर हैं? यह सवाल किया है पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने।

कांग्रेस की मंशा क्या है?

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को बताना चाहिए कि संसद ठप करने के पीछे कांग्रेस की मंशा क्या है? जब इंदिरा गांधी के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला आया तब फैसला मानने की बजाय उन्होंने देश में अपातकाल लगा दिया था। कोर्ट का सम्मन मिलने पर संसद ठप करा रही सोनिया गांधी की अगर केन्द्र में सरकार होती तो क्या फिर आपातकाल लगा देतीं?

मामला संपत्ति हड़पने का है

कहा कि नीतीश कुमार को बताना चाहिए कि जब सुब्रमण्यम स्वामी ने यह मामला कोर्ट में दायर किया था तब क्या वह भाजपा में थे। दरअसल यह पूरा मामला धोखाधड़ी और संपति हड़पने का है। वर्ष ख्008 में नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन बंद होने के वक्त एसोसिएटेड जर्नल्स की देश भर में करीब भ्000 करोड़ रुपए की संपति थी, जिस पर मालिकाना हक के लिए धोखाधड़ी की चालें चली गईं और यही नेशनल हेराल्ड केस का मुद्दा है।

है फ्8-फ्8 प्रतिशत शेयर

सुशील मोदी ने कहा कि ख्0क्0 में गांधी परिवार के करीबियों ने एसोसिएटेड जर्नल्स की संपति हड़पने के लिए यंग इंडियन नाम की एक कंपनी बनाई जिसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी के फ्8-फ्8 प्रतिशत शेयर हैं और बचे हुए ख्ब् फीसदी शेयर राहुल गांधी के करीबी सैम पित्रोदा, सुमन दुबे, कांग्रेस के जनरल सेक्त्रेटरी ऑस्कर फनरंडीज और एआईसीसी के कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा के हैं। पूरे मामले में कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं और राहुल और सोनिया गांधी को कोर्ट में इन सवालों का जवाब देना है।

उन्होंने सवाल किया कि सोनिया गांधी के समर्थन में खड़ा होने वाले नीतीश कुमार क्या चाहते हैं कि एक बार फिर देश की संसद और लोकतंत्र का गला घोंट दिया जाए? नीतीश कुमार को स्पष्ट करना चाहिए कि इस मामले में भाजपा, केन्द्र सरकार, संसद की क्या भूमिका है? केन्द्र की सरकार बदले की भावना में कैसे कार्रवाई कर रही है?