नेहरू की सरकार के खिलाफ पहले अविश्वास प्रस्ताव भी लाए थे
पटना(प्रेट्र)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 3 पन्नों के खत में राम मनोहर की कार्यशैली का जिक्र करते हुए इस ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान खींचने का प्रयास किया है। नीतीश कुमार ने लिखा कि राम मनोहर लोहिया ने समाज की बेहतरी के लिए एक नहीं कई कार्य किए हैं। उन्होंने पूरे विपक्ष को गैर-कांग्रेसवाद की धुरी पर इकट्ठा करने का का काम किया था। इतना ही नहीं संसद में नेहरू की सरकार के खिलाफ पहले अविश्वास प्रस्ताव भी लाए थे। उन्होंने समाजवाद का मॉडल तैयार किया था।

गांवों में महिलाओं के लिए दरवाजा बंद शौचालयों की मांग की थी
राम मनोहर लोहिया ने गोवा को पुर्तगाली शासन से मुक्ति के लिए आंदोलन में भागीदारी की थी। इसलिए गोवा स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का  नाम भी लोहिया के नाम पर किया जाए। इसके अलावा वह हमेशा सार्वजनिक स्वच्छता और महिलाओं के उत्थान के लिए भी आगे रहे। नीतीश कुमार ने खत में यह भी जिक्र किया है कि लोहिया ने गांवों में महिलाओं के लिए दरवाजा बंद शौचालयों के निर्माण की मांग की थी। इसके लिए उन्होंने काफी लंबी मुहिम चलाई थी। उन्होंने तत्कालीन नेहरू सरकार पर दबाव बनाया था।

भारत रत्न देने के साथ ही और हवाई अड्डे का नामकरण किया जाए
राम मनोहर लोहिया की दूरदर्शिता का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने चिमनी के साथ रसोई को लैस करने पर जोर दिया जिससे कि धुंए से महिलाओं के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव न पड़ने पाए। ऐसे में इन सब वजहों से साफ है कि राम मनोहर लोहिया को भारत सरकार की ओर से भारत रत्न देने के साथ ही और हवाई अड्डे का नाम उनके नाम पर रखा जाए। अगर भारत सरकार ऐसा करती है तो 12 अक्टूबर को डॉ. राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि पर उनके लिए उनके योगदान का सम्मान होगा।

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