-नोएडा से नहीं आया फरमान, एटीएफ की आपूर्ति पहले की तरह जारी

<-नोएडा से नहीं आया फरमान, एटीएफ की आपूर्ति पहले की तरह जारी

BAREILLYBAREILLY:

आंवला से वायुसेना के त्रिशूल एयरबेस के लिए भेजे जा रहे एटीएफ (एविएशन टरबाइन फ्यूल) के टैंकर से तेल चोरी के मामले में दो दिन बीतने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है। आरोपी ट्रांसपोर्ट कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के लिए फ्राइडे को भी इंडियन ऑयल के नोएडा कार्यालय से आदेशों का इंतजार रहा। किसी तरह के निर्देश न मिल पाने की दशा में आरोपी ट्रांसपोर्ट कंपनी के माध्यम से तेल आपूर्ति पहले की तरह जारी रही। फ्राइडे को भी आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत भी रिपोर्ट दर्ज नहीं हो सकी थी। दो दिन पहले वायुसेना के लिए एटीएफ लेकर जा रहे मातेश्वरी ट्रांसपोर्ट कंपनी के टैंकर के चालक एवं हेल्पर को तेल चोरी करते पकड़ा था। पुलिस ने टैंकर, चालक व हेल्पर को दबोच लिया था, लेकिन तकनीकी कारणों के चलते अभी तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की जा सकी है।

एफई कोटेड टैंकरों से ही जा सकता है एटीएफ

वायुसेना को भेजे जाने वाले एटीएफ को विशेष रूप से सुरक्षित एफई कोटेड टैंकरों से भेजा जाता है। जिससे इस ऑयल में धूल आदि के कण न पहुंच सकें। जिस कंपनी को इसका ठेका मिलता है, वह अपने टैंकरों को इसे अनुरूप तैयार कराती है। बताया जाता है कि इस बार पहले केके गुप्ता को इसका ठेका दिया गया था। इसी दौरान गुजरात की ट्रांसपोर्ट कंपनी को भी इसमें शामिल कर लिया गया। स्नेह कोल्ड स्टोर प्रकरण के बाद केके गुप्ता की कंपनी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया। उसके बाद पूरा काम मातेश्वरी ट्रांसपोर्ट कंपनी को सौंप दिया गया। इस कंपनी के कुल क्क् में से पांच टैंकर एफ ई कोटेड बताए जाते हैं। माना जा रहा है कि वैकल्पिक व्यवस्था होने तक इसी कंपनी से यह काम लिया जाता रह सकता है।