- दून अस्पताल में फिलहाल एआरवी आने की उम्मीद नहीं

- सप्लाई करने वाली कंपनी ने किये हाथ खड़े

DEHRADUN: दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में एंटी रैबीज वैक्सीन एक बार फिर खत्म हो गई है। पिछले दिनों हॉस्पिटल ने अपने स्तर पर 200 इंजेक्शन खरीदे थे। ये 200 इंजेक्शन 400 लोगों को ही लगाये जा सके। इसके बाद एक बार फिर कुत्ते के काटे लोगों को बाजार से खरीदकर इंजेक्शन लगवाने पड़ रहे हैं। हॉस्पिटल में फिलहाल इंजेक्शन आने की कोई उम्मीद भी नहीं है। इंजेक्शन सप्लाई करने वाली कंपनी ने हाथ खड़े कर दिये हैं।

कंपनी को नहीं मिला पेमेंट

सूत्रों के अनुसार एआरवी न आने की मुख्य वजह कंपनी की पेमेंट न मिलना है। इस इंजेक्शन को पिछले कई सालों से मुंबई की एक कंपनी सप्लाई कर रही है। एक साल से कंपनी की पेमेंट नहीं दी गई है। हालांकि कुछ महीने पहले मेडिकल कॉलेज की ओर टेंडर निकाले गये थे, लेकिन कोई भी कंपनी आगे नहीं आई। इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने फिर से पुरानी कंपनी से वैक्सीन भेजने को कहा। यह कंपनी पहले टाल-मटोल करती रही, लेकिन अब पूरी तरह से हाथ खड़े कर दिये हैं।

एआरवी आने की उम्मीद कम

अब आने वाले दिनों में दून हॉस्पिटल में एआरवी आने की संभावना बहुत कम है। नये टेंडर में किसी कंपनी के आगे न आने और पुरानी कंपनी द्वारा साफ तौर पर इंकार कर देने के बाद स्थिति सुधरने की संभावना नहीं है। हॉस्टिपल द्वारा लोकल स्तर पर एक बार 200 से ज्यादा इंजेक्शन मंगवाना संभव नहीं है और इसके लिए भी लंबी प्रक्रिया होती है।

कोरोनेशन में लोकल परचेज

हालांकि राज्यभर में कहीं भी एआरवी उपलब्ध नहीं है, लेकिन कोरोनेशन हॉस्पिटल ने डीएम से परमिशन लेकर इस इंजेक्शन को खरीदने की व्यवस्था कर दी है। कोरोनेशन हॉस्पिटल जनऔषधि केन्द्र से इंजेक्शन लेकर मरीजों को लगा रहा है। दून हॉस्पिटल में इंजेक्शन खत्म होने के बाद कई लोग कोरोनेशन का रुख कर रहे हैं।

हमने अपने स्तर पर पिछले दिनों 200 इंजेक्शन खरीदे थे। वे खत्म हो गये हैं। कई बार कंपनी को कहा गया, लेकिन कंपनी लगातार टालती रही। अब कंपनी इंजेक्शन की सप्लाई देगी, इसकी संभावना कम है। हमने अपनी और से मेडिकल कॉलेज प्रशासन को सूचना भेज दी है।

सुधा कुकरेती, प्रभारी फार्मासिस्ट, दून हॉस्पिटल।