RANCHI : चावल व्यवसायी नरेंद्र सिंह होरा के हत्यारों को गिरफ्तार करना तो दूर उनकी पहचान भी नहीं हो पा रही है। जबकि, रांची पुलिस ने हत्यारों की सूचना देने वालों को एक लाख रुपए बतौर ईनाम देने की घोषणा भी कर रखी है। इतना ही नहीं, सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखने पर भी अबतक किसी ने पुलिस अधिकारी से संपर्क नहीं किया है। हालांकि, पुलिस का दावा है कि जल्द ही हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली जाएगी।

जांच को ले दिए निर्देश

वहीं, दूसरी ओर सीआइडी के एडीजी अजय कुमार सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और जांच को लेकर टीम मेंबर्स को कई निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक भी की। उन्होंने इस हत्याकांड को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर गहराई से जांच करने को कहा। दूसरी ओर रांची पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापामारी कर रही है।

70 से ज्यादा क्रिमिनल्स से पूछताछ

राजधानी के विभिन्न इलाकों से जमानत पर छूटे 70 से अधिक अपराधियों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। हालांकि पूछताछ में किसी ने अपनी संलिप्तता स्वीकार नहीं की है। पुलिस व्यवसायी होरा के कर्मचारियों से भी पूछताछ कर रही है।

मेन रोड में हुई थी हत्या

गौरतलब हो कि शुक्रवार की रात व्यवसायी नरेंद्र सिंह होरा की हत्या रोस्पा टावर के समीप तीन अपराधियों ने कर दी थी। अपर बाजार स्थित दुकान से वह स्कूटी से अपने पीपी कंपाउंड स्थित घर लौट रहे थे। इसी दौरान बाइक सवार तीन अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया था।

सीएम का आदेश भी हो चुका फेल

शनिवार को सीएम रघुवर दास ने दिवंगत व्यवसायी नरेंद्र सिंह होरा के बेटे भूपेंद्र सिंह होरा से बात कर संवेदन व्यक्त की थी। उन्होंने आश्वासन दिया था कि किसी भी कीमत पर अपराधी नहीं बचेंगे। सीएम ने डीजीपी और गृह सचिव को 72 घंटे के अंदर अपराधियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। इस आदेश के बाद सीआईडी एडीजी अजय सिंह ने खुद जांच की कमान संभाल ली, लेकिन अपराधी नहीं पकड़े जा सके हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री के 72 घंटे में हत्यारों को पकड़ने का दिया गया आदेश भी फेल हो चुका है।