- नगर निगम को ट्रांसफर नहीं की जा सकी हैं जीडीए का 16 कॉलोनियां

- 5 ही हो सकीं ट्रांसफर, बाकी के लिए गठित कमेटी ने दी ही नहीं रिपोर्ट

GORAKHPUR: शहर की 11 कॉलोनियां दो सरकारी विभागों की खींचतान के बीच सुविधाओं से महरूम हैं। जीडीए की ओर से निर्मित 11 कॉलोनियों को नगर निगम ने अपने में शामिल करने का दावा तो किया था लेकिन अब तक इन कॉलोनियों को शामिल नहीं किया जा सका है। जिसके चलते ये कॉलोनियां सफाई व्यवस्था, पेयजल आदि बुनियादी सुविधाओं का अभाव झेल रही हैं।

जबकि नगर निगम में ट्रांसफर करने के लिए अधिकारियों क बीच बैठक 5ाी की गई और इसके लिए कमेटी बनाई गई। जिसके दौरान कॉलोनियों की बुनियादी जांच करने के बाद रिपोर्ट देनी थी। लेकिन इसके बावजूद 5ाी आज 5ाी यह कॉलोनियां सुविधाओं से वंचित है।

जीडीए की ओर से दस साल पहले निर्मित 16 कॉलोनियों को दो वर्ष पूर्व नगर निगम को ट्रांसफर किया जाने की बात दोनों विभागों के बीच हुई। इसके लिए तत्कालीन कमिश्नर पी गुरू प्रसाद की पहल पर जीडीए व नगर निगम ने संयु1त टीम बनाई। उस समय तय हुआ था कि टीम की ओर से चिन्हित 2ामियों को जीडीए छह माह में ठीक कराकर कॉलोनियों को नगर निगम को ट्रांसफर करेगा। हालांकि इस दौरान सिर्फ पांच कॉलोनियों की 2ामियां दूर कर उन्हें नगर निगम को ट्रांसफर किया जा सका। 11 कॉलोनियां ट्रांसफर नहीं हो पाईं।

हर सुविधा से महरूम कॉलोनियां

कॉलोनियां ट्रांसफर न होने के चलते यहां नगर निगम की ओर से पेयजल, सड़क, नाली व सफाई की व्यवस्था नहीं हो सकी है। कॉलोनी के लोगों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए बनाई गई ट्रांसफर की योजना अधिकारियों की सुस्ती के चलते परवान नहीं चढ़ सकी।

इन कॉलोनियों का होना है ट्रंासफर

- बुद्ध बिहार आवासीय योजना पार्ट ए, बी व सी

- लेक व्यू आवासीय योजना

- बुद्ध विहार व्यावसायिक योजना

- आम्रपाली आवासीय योजना

- सिद्धार्थपुरम विस्तार आवासीय योजना

- गौतम विहार आवासीय योजना

- गौतम विहार विस्तार आवासीय योजना

- सिद्धार्थ इन्1लेव विस्तार आवासीय योजना द्वितीय चरण

- लेक व्यू विस्तार आवासीय योजना प्रथम चरण

-विवेकपुरम आवासी योजना

वर्जन

जीडीए की कॉलोनियों को शामिल करने के लिए एक कमेटी बनाई गई है। जो सुविधाओं की जांच कर रिपोर्ट देगी। आचार संहिता के चलते ऐसा नहीं हो पाया है। जल्द ही शामिल कर लिया जाएगा।

- प्रेम प्रकाश सिंह, नगर आयु1त