RANCHI: रिम्स में जमीन पर इलाज करा रहे मरीजों को गुरुवार को भी बेड उपलब्ध नहीं कराया गया। ऐसे में वे लोग जमीन पर ही इलाज कराने को मजबूर हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि रिम्स के अधिकारियों को प्रधान सचिव के आदेश की भी कोई परवाह नहीं है। बुधवार को रिम्स का इंस्पेक्शन करने के दौरान उन्होंने जमीन पर इलाज करा रहे मरीजों को तत्काल बेड उपलब्ध कराने को कहा था। इसके तुरंत बाद मेडिसीन वार्ड में मरीजों को बेड तो उपलब्ध कराया गया, लेकिन उनके जाते ही आदेश की धज्जियां उड़ा दी गई। इतना ही नहीं, मेडिसीन के बाद किसी भी वार्ड में मरीजों को बेड ही नहीं मिला।

न्यूरो व पेडियाट्रिक में जमीन पर मरीज

न्यूरो और पेडियाट्रिक वार्ड में दर्जनों मरीजों का जमीन पर ही इलाज चल रहा है। जहां मरीजों को ढंग का बेड भी नहीं दिया गया है। उसी पर मरीज इलाज कराने को मजबूर है। किसी मरीज का मैट्रेस फटा हुआ है, तो किसी को चादर भी नसीब नहीं है।

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किचन की व्यवस्था सुधारने की पहल

प्रिंसिपल सेक्रेटरी के आदेश के बाद डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ने किचन की व्यवस्था सुधारने की पहल कर दी है। खिड़कियों में जाली लगाने के साथ ही पानी के लिए नया आरओ लगाने का भी आदेश दे दिया गया है। डीएस डॉ। गोपाल श्रीवास्तव ने कहा कि पानी के लिए यूवी वाटर प्यूरीफायर लगाया जाएगा। इससे एक बार में हजार लीटर पानी निकाला जा सकेगा। वहीं कीट-पतंग से निपटने के लिए इंसेक्ट किलर भी लगाए जाएंगे।