PATNA (4 April) :

पटना यूनिवर्सिटी में विभिन्न एक्टिविटी की कमेटियां तो बनाई जाती है, लेकिन यह सिर्फ नाम की हीं होती है। स्टूडेंट्स से किए सारे वायदे फाइलों में ही बंद होकर रह जाते है। और इसका खामियाजा भुगतना पड़ता ह खुद स्टूडेंट्स को।

नहीं हुई है कोई बड़ी एक्टिविटी

पिछले एक दशक से पटना यूनिवर्सिटी लेवल पर कोई बड़ी एक्टिविटी नहीं हो सकी है। कल्चरल प्रोग्राम हुए तो एक जमाना हो गया है। पहले पीयू में अक्सर कल्चरल फेस्ट्स आर्गनाइज हुआ करते थे। वहीं यूनिवर्सिटी की कल्चरल टीम दूसरे राज्यों की यूनिवर्सिटी में होने वाले कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भी जाती थी। यूनिवर्सिटी स्तर पर कमेटी का गठन किया गया है, पर लंबे समय से कमेटी की कोई बैठक नहीं हुई है। जबकि पीयू एडमिशन के टाइम स्टूडेंट्स से इस के नाम पर पैसे लेता है।

प्रो। अरुण बने थे कमेटी के अध्यक्ष

एक्स वीसी डॉ। शंभूनाथ सिंह ने कल्चरल कमेटी बनाई थी। प्रो। अरुण कमल को इस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया था। इसके सचिव डॉ। शंकर कुमार बनाए गए थे। इसके अलावा सदस्य के रूप में कई अन्य टीचर्स को रखा गया है। एक साल पहले ही कल्चरल कमेटी के सचिव डॉ। शंकर कुमार ने रेजिग्नेशन दे दिया है। और अभी के टाइम में यह कमेटी पूरी तरह से निष्क्रिय है।

स्पो‌र्ट्स कमेटी भी सिर्फ नाम की

यूनिवर्सिटी की स्पो‌र्ट्स कमेटी भी बस नाम भर के लिए ही है। न तो पीयू की स्पो‌र्ट्स टीम किसी स्पो‌र्ट्स एक्टिविटी में शामिल होने के लिए बाहर जाती है न ही यहां खिलाडि़यों के लिए किसी स्पो‌र्ट्स एक्टिविटी का आयोजन किया जा रहा है। इधर स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने कई बार यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन से निष्क्रिय कमेटियों को सही तरीके से रिफॉर्म करने की मांग की है। यूनिवर्सिटी लेवल पर बंद कल्चरल एक्टिविटी, स्पोटर्स एक्टिविटी व डिबेट एक्टिविटी को शुरू करने की मांग कर चुके हैं। साथ ही सभी कॉलेजों में पीटीआई अप्वाइंट करने की मांग भी की गई थी। पर अभी तक कुछ नहीं हो सका है।

इस बारे में जल्द हीं कुछ किया जाएगा। एक बार नए सिरे से कमेटियों को रिफॉर्म किया जाएगा।

- डॉ। रंजीत कुमार वर्मा, प्रो-वीसी, पीयू