- सिर्फ एक दर्जन बसों में ही लग पाए हैं जीपीएस

- निगम घाटे में, जीपीएस लगाने को नहीं है बजट

DEHRADUN: परिवहन निगम की बसों में सुरक्षा को लेकर जीपीएस योजना परवान नहीं चढ़ पायी। वजह बजट का टोटा बताया जा रहा है। निगम द्वारा यह योजना यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर तैयार की गई थी।

इस तरह बनायी गयी थी योजाना

पिछले महीने दिल्ली से देहरादून व दून से हल्द्वानी जा रही बस में महिला यात्री से चालक, परिचालक द्वारा छेड़खानी के मामले सामने आए थे। इसके बाद परिवहन निगम ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए जीपीएस लगाने का फैसला लिया था, इतना ही नहीं बस में सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ ही उसके सर्वर को जीपीएस से जोड़कर मुख्यालय कनेक्ट किये जाने की बात कही गयी थी, हालांकि निगम अधिकारियों ने सुरक्षा को लेकर हिम्मत तो जुटाई, लेकिन सरकार से निगम को कोई राहत नहीं मिली।

कैसे होता है बसों का संचालन

परिवहन निगम के तीनों डिपो की लगभग क्भ्00 बसें रोज यात्रियों को विभिन्न गन्तव्यों तक पहुंचाने का काम करती हैं, जिनमें से भ्00 बसें देहरादून शहर के लोकल रूट्स पर संचालित की जाती हैं और क्000 बसें लंबे रूट्स पर संचालित होती हैं। इनमें से भी आधी बसें डे टाइम व आधी बसें नाइट शिफ्ट में संचालित होती हैं।

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निगम ने एक दर्जन बसों में जीपीएस लगाया है, लेकिन कुछ बसों में जीपीएस नहीं लग पाया है। हमारे पास बजट की कमी है। बजट मिलते ही जीपीएस लगा दिए जाएंगे।

- बृजेश कुमार संत, एमडी, परिवहन निगम