- दोपहर 3.30 बजे से शाम 7.30 बजे तक बंद रहा बसों का संचालन

- वकीलों और यूपी रोडवेज के चालकों-परिचालकों में हुआ बवाल

LUCKNOW: यूपी रोडवेज की बसों में सफर करने वाले यात्रियों को सोमवार को खासी मुश्किलें उठानी पड़ी। वकीलों और परिवहन निगम कर्मचारियों के बीच हुए झगड़े की वजह से यूपी रोडवेज के चालकों और परिचालकों ने कैसरबाग बस अड्डे से बसों का संचालन ठप कर दिया। चार घंटे तक चले इस चक्का जाम के दौरान यात्री बस अड्डे में मजबूरी में बैठे रहे। चालकों को रात आठ बजे आश्वासन मिलने के बाद संचालन दोबारा शुरू हुआ।

बहराइच जा रही थी बस

सोमवार को कैसरबाग बस डिपो की एक बस (यूपी 32 सीजेड 0311) कैसरबाग डिपो पहुंची। बस बहराइच के लिए रवाना होने के लिए डिपो के बाहर निकल ही रही थी कि बाहर खड़ी एक वकील की कार (यूपी 32, 6989) में बस से खरोंच आ गई। यह देखते ही कुछ वकीलों ने दौड़ा कर बस के ड्राइवर विकास शुक्ला को बस से नीचे उतार लिया और उसे लेकर सिविल कोर्ट के परिसर में दाखिल हो गए। वकीलों ने विकास शुक्ला को बंधक बना लिया और उसकी जमकर पिटाई की। विकास शुक्ला के पास मौजूद 15 हजार रुपए भी वकीलों ने छीन लिए और एक घंटे बाद उसे भगा दिया।

तब भड़क उठे चालक-परिचालक

इसके बाद विकास शुक्ला ने यह जानकारी जब अपने चालक और परिचालक साथियों को दी, तो वे भड़क उठे। आनन-फानन में चालकों और परिचालकों ने कैसरबाग बस अड्डे से बसों का संचालन ठप कर दिया। दोपहर 3.30 पर बस अड्डे के बाहर गाडि़यों को निष्कासन रोक दिया गया, जो यात्री बसों में बैठे भी थे उन्हें भी उतार दिया गया।

होली के चलते थी काफी भीड़

होली के बाद लोग अभी तक वापसी में जुटे हैं। ऐसे में कैसरबाग बस अड्डे पर खासी भीड़ थी। बहराइच, फैजाबाद, गोरखपुर, सीतापुर, हरदोई, बाराबंकी, गोंडा की बसों में यात्री ठसाठस भरे हुए थे। लेकिन चालकों और परिचालकों ने सभी गाडि़यां खड़ी कर दी। मौके पर पहुंचे यूपी रोडवेज वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारियों ने मांग की कि जब तक प्रशासन डिपो के सामने खड़ी होने वाली गाडि़यों को लेकर कोई व्यवस्था नहीं करेगा, तब तक बसों का संचालन ठप रहेगा।

वापस दिलाए 15 हजार रुपये

इस बात की सूचना मिलते ही मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट के साथ ही सीओ मौके पर पहुंचे। वहां पर उन्होंने डिपो के सामने खड़ी वकीलों की गाडि़यों को देखा। यूनियन के प्रांतीय अध्यक्ष हकदाद खां के साथ उन्होंने बात की और सभी परेशानियों के निराकरण के लिए आश्वासन भी दिया। यूनियन के शाखा मंत्री रजनीश मिश्रा ने बताया कि पुलिस और जिलाधिकारी कार्यालय से आए लोगों ने ड्राइवर से ली गई 15 हजार रुपए की धनराशि वापस दिलवाई। इसके अलावा अधिकारियों ने मौका मुआयाना भी किया। उन्होंने बताया कि इस मामले को जिलाधिकारी के सामने रखा जाएगा। साथ ही जिस हिस्से से बसें निकलती हैं, उसके सामने बैरीकेडिंग की जाएगी जिससे बसों का संचालन आसानी से हो सके।