60 फीसदी एटीएम का निकला दम
allahabad@inext.co.inALLAHABAD: मार्च के अंत में बैंकों ने लोगों की कैश से ऐश पर पॉवर ब्रेक लगा दिया है। शहर के साठ फीसदी एटीएम खाली हो गए। ज्यादातर का तो शटर ही गिरा दिया गया। इससे लोगों को खासी निराशा हाथ लगी। लोगों को कैश की तलाश में लंबा चक्कर लगाना पड़ा। हालत यह है कि किसी भी एरिया में कम से चार से छह एटीएम का चक्कर लगाने के बाद ही कैश मिल रहा है।

नही होंगे पब्लिक इंट्रेस्ट के कार्य
गौरतलब है कि बैंक 29 मार्च को बंद थे। 30 और 31 मार्च को इन्हें खोला गया है। इनमें से पहले दिन क्लोजिंग से जुड़ा काम हुआ। इसके बाद 31 मार्च को पब्लिक से रिलेटेड काम भी बैंकों में किए जाएंगे। लेकिन, इस बीच एटीएम में पैसा डाला जाएगा या नहीं, यह तय नहीं है। सोर्सेज कहते हैं कि एक अप्रैल को संडे है और दो अप्रैल को प्रॉपर्ली बैंक खुलने के बाद ही एजेंसियों को चेस्ट से पैसा दिया जाएगा। तब जाकर एटीएम में कैश जाएगा। एटीएम में पैसा डालने वाली एजेंसियों को बैंकों से वर्क ऑर्डर भी क्लोजिंग वर्क के बाद ही मिलने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

पहले से थी कैश क्राइसिस
शहर के तमाम बैंकों में पहले से ही कैश की क्राइसिस चल रही थी। जैसे-तैसे कुछ एटीएम में थोड़ा बहुत कैश डालकर काम चलाया जा रहा था। माना जा रहा है कि क्लोजिंग के चलते एटीएम को कैश के सूखे से गुजरना पड़ सकता है। ऐसे में 2 अप्रैल तक लगभग 90 फीसदी तक एटीएम खाली हो जाएंगे। लोगों को कैश अब तीन अप्रैल से ही नसीब होगा।

तंग कर लीजिए अपनी हथेली
लूकरगंज के रहने वाले मनीष को शुक्रवार को किसी एटीएम में कैश नहीं मिला। यहां स्थित पीएनबी, एसबीआई के एटीएम में कैश नहीं था। उन्होंने कहा कि घर में जो कैश पड़ा है उसी में दो अप्रैल तक चलाना होगा। इसी तरह कटरा के रहने वाले जितेश ने भी कैश नहीं मिलने पर अपने दोस्तों से उधार पैसे लिए। उनका कहना था कि जो लोग ऑनलाइन ट्रांजैक्शन नहीं करते, उनके लिए अगले दो से तीन दिन दिक्कत भरे हो सकते हैं।

फैक्ट फाइल

200 हैं शहर में कुल एटीएम

4 करोड़ रोजाना करीब रोज है कैश की जरूरत

1 से 1.5 करोड़ ही है उपलब्ध कैश

60 फीसदी से ज्यादा एटीएम में नहीं है कैश

वर्जन

31 मार्च को बैंकों में पब्लिक से जुड़े काम भी होंगे। ऐसे में ब्रांच के एटीएम में कैश की कमी को पूरा किया जाएगा। इंटीरियर के एटीएम में भी कैश खत्म होने की सूचना है। हमारी कोशिश है कि सभी ब्रांचों में कैश उपलब्ध कराया जाए।

-नारायण ताताचारी, एजीएम, इलाहाबाद बैंक