RANCHI: मांडर थाना क्षेत्र के गड़मी गांव निवासी 14 वर्षीय राहुल टोप्पो के चार वषरें से गायब होने के मामले में रांची पुलिस रेस हो गई है। पुलिस ने संजू टोप्पो के भाई की तलाश शुरू कर दी है। साथ ही साथ आरोपी एतवा उरांव से भी पूछताछ की तैयारी कर रही है। संजू ने इस संबंध में सीएम, डीजीपी, एसएसपी, बाल संरक्षण आयोग सहित कई सक्षम अधिकारियों का दरवाजा खटखटा चुका है। संजू का कहना है कि जब वह जनसंवाद में मामला ले गया तो कहा गया कि भाई के गायब होने का मुद्दा यहां नहीं चलता है। संजू का कहना है कि उसके छोटे भाई को गांव के ही ट्रक ड्राइवर एतवा उरांव ने अपहरण कर लिया था। इसके बाद उसे गायब कर दिया। भाई की तलाश में संजू हरियाणा तक गया था, लेकिन वह उसे नहीं मिला था। मामले में आरोपी एतवा के खिलाफ प्राथमिकी मांडर थाने में दर्ज कराई गई थी।

आरोपी को बना दिया नाबालिग

संजू का कहना है कि वकील द्वारा एक बालिग अपहरण के आरोपी को नाबालिग बताकर बचाया गया। इससे उसका भाई परिजनों के बीच नहीं है। इसमें मांडर पुलिस का भी ढुलमुल रवैया है।

नाबालिग ट्रक ड्राइवर कैसे?

चूंकि मांडर पुलिस ने आरोपी से अपहृत भाई की तलाशी में पूछताछ करने के बजाय उसे बाल न्यायिक हिरासत में भेजने का काम किया था। आरोपी नाबालिग होकर ट्रक ड्राइवर कैसे हो सकता है। मौजूदा समय में वह शादी-शुदा और एक बच्चे का बाप है।

भाई की तलाश में मदद की गुहार

ऐसे में एतवा की उम्र संबंधित प्रमाण पत्रों की भी जांच की जानी चाहिए। संजू ने सरकार से भाई की तलाश में मदद की गुहार लगाई है। उसने आशंका जताई है कि भाई को कहीं बेच दिया है, जहां वह बंधक बना है। इससे संबधित पूछताछ एतवा से किए जाने पर खुलासा हो जाएगा।

घुमाने के बहाने किया था अगवा

संजू ने बताया कि उसके छोटे भाई को घुमाने के बहाने अगवा कर लिया गया था। बीते 23 दिसंबर 2014 को एतवा उसके पास पहुंचा और छोटे भाई को दो दिनों के लिए रांची घुमाने की बात कह ले गया था। दो दिन बाद दुमका से एतवा ने कॉल कर बताया कि उसका भाई वहां से कहीं चला गया था। इसपर संजू ने जब केस करने की धमकी दी, तो बात करवाया।