- कचरे से पटे पड़े हैं शहर के वार्डो के नाले

- जगह-जगह वॉटर लॉगिंग की समस्या, संक्रामक बीमारियों का भी बना रहता खतरा

GORAKHPUR: बिना बरसात ही ओवर फ्लो होते नालों ने भी शहर के वार्डो में जिंदगी मुश्किल बना रखी है। कचरे से पटे नालों का पानी गलियों में फैला रहता है। अप्रैल माह में हुई हल्की बारिश ने ही नगर निगम की तैयारियों की सच्चाई सामने ला दी है। उधर नगर निगम के जिम्मेदार दावा करने में ही लगे हैं कि नालों की नियमित सफाई कराई जाती है। जबकि हकीकत ये कि शहर के मेन एरियाज तक में नाला सफाई का पता नहीं है। ज्यादातर वार्डो में इंटरलॉक धंसा हुआ है, नालों का पानी सड़क पर फैल रहा है। 15 जून से मानसून भी शहर में दस्तक दे देगा। अगर नगर निगम की तैयारी इसी रफ्तार से चलती रही तो हर साल की तरह इस साल भी गलियों में लगने वाले पानी से गोरखपुराइट्स को जूझना पड़ सकता है।

सिविल लाइंस नाला

सिविल लाइंस के पूरे हिस्से को कवर करने वाला नाला पूरी तरह से भर गया है। नाले में गिरे प्लास्टिक डिस्पोजल्स के चलते ओवरफ्लो होने की नौबत आ गई है। गंदगी के कारण नाले के आसपास मच्छरों की तादाद भी बढ़ती जा रही है। नालों के किनारे रहने वाले लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है लेकिन नगर निगम के काम करने का रफ्तार नहीं बढ़ रही है। कॉलोनी के अलावा नाले के किनारे के दुकानदारों को भी खासी परेशानी हो रही है।

भालोटिया मार्केट

बरसात के मौसम में ही नहीं, किसी भी बारिश के बाद भालोटिया मार्केट की स्थिति दयनीय हो जाती है। कैंपस में कस्टमर्स का ही नहीं शॉपकीपर्स का आना-जाना भी मुशकिल हो जाता है। अभी कुछ ही दिन पहले यहां के दुकानदार पानी लगने की समस्या के खिलाफ सड़क पर उतरे थे। काफी हो-हल्ला के बाद नगर निगम ने काम चलाऊ सफाई करवा दी, लेकिन अभी हालात में बहुत सुधार नहीं हुआ है। सुधार केवल मुख्य सड़क पर हुआ था लेकिन दूसरे रास्तों की स्थिति अभी भी जस की तस है। नाले अभी भी ओवरफ्लो हो रहे हैं, सड़क पर पानी लगा हुआ है।

विजय चौराहा, यूनियन बैंक

विजय चौराहे पर स्थित यूनियन बैंक जाने के रास्ते पर पानी लगा हुआ है। जिसके कारण बैंक में जाने वाले लोग बाहर ही गाड़ी खड़ी कर दे रहे हैं। नतीजा, मेन रास्ते से गुजरने वाले लोगों को भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि अभी की स्थिति गनीमत है लेकिन बारिश के मौसम में हर साल यही हालात बन जाते हैं। 6 से 8 इंच तक पानी लगने के कारण आने-जाने वाले लोगों को भी भारी परेशानी उठानी पड़ती है। कभी-कभी इसी वजह से जाम तक लग जाता है।

कोट्स

बारिश के मौसम में नाले का जाम होना आम बात है। मेन सड़क पर होने के बाद भी नियमित तौर पर इसकी सफाई नहीं होती है।

- अनूप सोनी, एडवोकेट

सड़क पर लगे पानी के कारण आने-जाने में समस्या होती है। कई बार लोग गिर भी चुके हैं। बारिश होने पर समस्या और बढ़ जाती है।

- सुनील कन्नौजिया, बिजनेसमैन

वर्जन

नालों की सफाई की जा रही है। साथ ही नालों से निकलने वाला कचरा तत्काल गाड़ी पर लोड कर हटवा दिया जा रहा है। अभी कुछ बड़े नालों की सफाई चल रही है।

- प्रेम प्रकाश सिंह, नगर आयुक्त