बिजली रहेगी तब तो पानी मिलेगी
गोरखपुर डिपो पर पिछले साल यात्रियों की प्यास बुझाने के लिए करीब 2.5 लाख रुपए की वाटर मशीन लगाई गई थी। लेकिन इन दिनों 8-10 घंटे की बिजली कटौती स्टेशन पर आने वाले यात्रियों पर भी अपना इफेक्ट दिखा रही है। हैरत है कि जैसे ही बिजली की कटौती होती है। वैसे ही स्टेशन से पानी भी गायब हो जाता है। स्टेशन पर मौजूद कर्मचारियों की मानें तो बिजली कटौती के दौरान वाटर कूलर को जनरेटर से चलाया जाना चाहिए। लेकिन जनरेटर से कनेक्शन न होने के चलते वाटर कूलर नहीं चल पाता है।

घर से लेकर चलते हैं पानी
यूपी रोडवेज ने बेहतर सुविधा के नाम पर किराये में तो बढ़ोत्तरी कर दी है, लेकिन सुविधा आज भी नदारद है। गोरखपुर डिपो में आने वाले यात्रियों को इस तपती गर्मी में पानी तक नसीब नहीं हो रहा है। एक पानी की टैंक लगी भी है तो उसमें से गर्म पानी आता है। जिसके चलते यात्रियों को मजबूरन पानी स्टेशन पर खरीदकर या फिर घर से लेकर चलना पड़ता है। अब सवाल यह उठता है कि जब रोडवेज प्रशासन ने किराए में बढ़ोत्तरी कर दी है तो फिर सुविधाओं के बारे में क्यों नहीं सोचती।

ऑटोमैटिक प्लांट है। जैसे से ही पावर कट होती है। वैसे ही पानी की सप्लाई भी बंद हो जाती है। रहा सवाल जनरेटर से कनेक्शन का तो वह भी है।
महेश चंद श्रीवास्तव, गोरखपुर डिपो

 

report by : amarendra.pandey@inext.co.in