ट्रिपिंग जोन की संजीवनी बनेगा गैस इंसुलेटिड सिस्टम

गंगानगर फीडर वन और टू को जोड़कर दूर होगी पॉवर कट की समस्या

Meerut। गंगानगर शहर का पहला जीआईएस यानि गैस इंसुलेटिड सिस्टम टेक्नोलॉजी बेस बिजलीघर बनेगा। गंगानगर में यह सिस्टम संचालित होने के बाद इस बिजलीघर से गंगानगर फीडर वन और टू को जोड़ कर पॉवर कट की समस्या को मिनटों में दूर किया जा सकेगा.नो ट्रिपिंग जोन की कवायद में यह विद्युत विभाग की एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

मार्डन टेक्नोलॉजी बेस

गंगानगर बिजलीघर जीआईएस की मार्डन टेक्नोलॉजी बेस सिस्टम पर संचालित होगा। इस बिजलीघर में दिल्ली नोएडा में संचालित स्कैडा एप सिस्टम के आधार पर काम होगा। इस सिस्टम में दो कर्मचारी कंप्यूटर से लाइन की मॉनीटरिंग कर फॉल्ट या पावर कट का अपडेट संबंधित 33केवी लाइन के जेई को देंगे। इस लाइन को तुरंत दूसरे बिजली घर से अल्टरनेट सप्लाई से जोड़कर विद्युत आपूर्ति सुचारु की जाएगी।

जुड़ेगा गंगानगर फ‌र्स्ट व सेकेंड फीडर

इस बिजलीघर से गंगानगर फ‌र्स्ट व सेकेंड फीडर को जोड़कर मोदीपुरम से आने वाली 20 से 22 किमी लंबी लाइन की मॉनीटरिंग की जाएगी। बीते दिनों आंधी में यह लाइन सबसे लंबे समय तक क्षतिग्रस्त रही थी। जिससे इस लाइन से जुडे इलाके 12 घंटे से अधिक समय तक क्षतिग्रस्त रहे थे। इसके अलावा अमन विहार फीडर जोड़ा जाएगा और विवि को अल्टरनेट बिजली सप्लाई भी दी जा सकेगी।

गैस इंसुलेटिड सिस्टम काफी मार्डन टैक्नोलॉजी है। यह अभी अंडर टेस्टिंग में चल रहा है। इससे मोदीपुरम से गंगानगर के उपभोक्ताओं समेत विवि लाइन के उपभोक्ताओं को काफी फायदा होगा। फॉल्ट के दौरान हम अल्टरनेट विद्युत व्यवस्था कर सकेंगे।

एसबी यादव, चीफ इंजीनियरिंग