-ट्रांसपोर्टर्स के दबाव के आगे झुक गया प्रशासन

-फिर से जाम के झाम में फंसे लोग

-आज डीसी ऑफिस के समक्ष प्रदर्शन करेगा झाविमो

द्भड्डद्वह्यद्धद्गस्त्रश्चह्वह्म@द्बठ्ठद्ग3ह्ल ईद के दिन से डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन और पुलिस ने एक ज्वाइंट ऑर्डर जारी कर नो इंट्री के टाइम में फेरबदल किया था। इसके तहत सुबह छह बजे से रात के 10 बजे तक सिटी की सड़कों पर हेवी व्हीकल की नो इंट्री थी। यह आदेश 16 अगस्त तक प्रभावी रहना था, लेकिन ट्रांसपोर्टर्स के लगातार दबाव के बाद प्रशासन झुक गया। अपने पहले आदेश को समय से पहले ही बदल कर एक बार फिर से जमशेदपुरआइट्स को परेशानी के दलदल में छोड़ दिया।

नो इंट्री में छूट के पहले ही दिन प्रॉब्लम

प्रशासन ने रविवार से दोपहर 2.30 से शाम पांच बजे तक तक नो इंट्री में छूट दे दी। यानी ढाई घंटे तक बड़े व हेवी व्हीकल्स को सिटी की सड़कों पर आने-जाने की छूट मिली। कुछ दिनों से राहत की सांस ले रहे लोगों को इस छूट के पहले ही दिन काफी परेशानी हुई।

घंटों जाम में फंसे रहे लोग

नो इंट्री की छूट मिलते ही मानगो डिमना रोड से ट्रक और हेवी व्हीकल्स की ऐसी लाइन लगी कि लोग घंटों जाम में फंसे रहे। मानगो पुल से गुजरने में लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पैदल यात्री तो साइड से निकल रहे थे, लेकिन जाम के कारण टू-व्हीलर, फोर व्हीलर्स वालों को काफी परेशानी हुई।

दिन में भी तीन घंटे रोड पर दौड़ेगी मौत

मार्निग नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक कुछ एरिया में हेवी व्हीकल्स की इंट्री पर छूट दी गई है। इनमें टाटा स्टील एचएसएम गेट, एचएसएम (सुनसुनिया) गेट से आरडी टाटा गोलचक्कर, गोलमुरी चौक से एग्रिको लिट्टी चौक से सीआरएम बारा, टिनप्लेट काली मंदिर गोलचक्कर से लेफ्ट होते हुए टिनप्लेट गेट तक, एचएसएम गेट से बर्मामाइंस ट्रांसपोर्ट पार्क, मनीफीट टीओपी, ट्यूब डिवीजन, टेल्को साउथ गेट के बाद वहां से तार कंपनी गेट होते हुए लाफार्ज गेट तक के रोड शामिल हैं। यानी इन रूट पर दिन में भी तीन घंटे तक संभल कर चलना पड़ेगा।

डिफरेंट एरिया में डिफरेंट नो इंट्री ने भी बढ़ाई परेशानी

पहले सिटी में हर जगह एक फिक्स टाइम में नो इंट्री होती थी। अब अलग-अलग टाइम कर कर दिया गया है। अब लोगों को यह पता भी नहीं चल सकेगा कि किस एरिया में कब नो इंट्री है और कब नहीं। इसके लिए उन्हें अब लिस्ट लेकर घूमना होगा। लोगों का कहना है कि कुछ दिनों से वे लोग राहत की सांस ले रहे थे, लेकिन ट्रांसपोर्टर्स के दबाव में आकर एडमिनिस्ट्रेशन ने एक बार फिर से लोगों को परेशानी में डाल दिया है।

यह डिसीजन अमरप्रीत सिंह काले और अर्जुन मुंडा के प्रेशर में लिया गया है। दोनों की ट्रांसपोर्ट कंपनी है। कुछ दिनों से लोग राहत की सांस ले रहे थे, जो एडमिनिस्ट्रेशन को रास नहीं आया। पहले पुलिस का ध्यान ट्रैफिक पर रहता था, इस कारण क्राइम इंसिडेंट्स भी होते थे, लेकिन अब लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया गया है। लोगों के साथ होने वाली घटनाओं की जिम्मेवारी कौन लेगा। इस मामले को लेकर सोमवार को झाविमो डीसी व एसएसपी ऑफिस के समक्ष प्रदर्शन करेगा और उनसे मुलाकात कर पुराने आदेश पर अमल करने की मांग करेगा।

फिरोज खान, डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट, झारखंड विकास मोर्चा