कोल्हान यूनिवर्सिटी के कॉलेजेज में पढ़ाई करने वाले इंटर फस्र्ट ईयर के स्टूडेंट्स परेशान हैं। वे समझ नहीं पा रहे कि उन्हें किस बात की सजा दी जा रही है। कॉलेजेज में पढ़ाई होती नहीं। इस वजह से समय पर सिलेबस कंप्लीट होता नहीं। जैक ने फस्र्ट ईयर का एग्जाम अप्रैल में कंडक्ट कराने का ऐलान किया था। एग्जाम अभी तक हुआ नहीं। जब जून तक फस्र्ट ईयर का एग्जाम नहीं हुआ तो सेकेंड ईयर की क्लासेज कब होंगी और फिर समय पर सिलेबस कैसे कंप्लीट होगा। और सिलेबस कंप्लीट नहीं हुआ तो फिर फाइनल एग्जाम में क्या होगा।

तो कौन होगा जिम्मेवार ?
क्लासेज नहीं होने और समय पर सिलेबस कंप्लीट नहीं होने से इन स्टूडेंट्स का एग्जाम खराब होने पर इसकी जिम्मेवारी किसकी होगी। इसका जवाब किसी के पास नहीं। कॉलेज एडमिनिस्टे्रशन टीचर्स की कमी का रोना रोते हैं। समय पर फस्र्ट ईयर का एग्जाम नहीं होने पर जैक भी अपना पल्ला झाड़ रहा। इन सबके बीच स्टूडेंट्स कंफ्यूजन में हैं कि वे करें भी तो क्या।

हजारों students के कॅरियर का है सवाल
सिटी के कॉलेजेज में इंटरमीडिएट के फस्र्ट और सेकेंड ईयर के स्टूडेंट्स की संख्या की बात की जाए तो सभी कॉलेजेज के टोटल स्ट्रेंथ में लगभग आधी संख्या इंटरमीडिएट के ही स्टूडेंट्स की है। को-ऑपरेटिव कॉलेज में इंटर के स्टूडेंट्स की संख्या 3000, ग्रेजुएट कॉलेज में 3500, वर्कर्स कॉलेज में 4500, करीम सिटी कॉलेज में 3600 और एबीएम कॉलेज में इंटरमीडिएट के स्टूडेंट्स की संख्या 2400 है।

पहले से ही  teachers की कमी है 
कोल्हान यूनिवर्सिटी मेंं पहले से ही टीचर्स की काफी कमी है। सभी कॉलेजेज में लगभग 300 टीचर्स की कमी है। ऐसे में इंटर की क्लासेज लेना टीचर्स के लिए बहुत मुश्किल है। यही वजह है कि कॉलेजेज के प्रिंसिपल्स यह चाहते हैं कि इंटरमीडिएट को यूनिवर्सिटी कॉलेजेज से अलग कर दिया जाए। अगर ऐसा नहीं हो पाए तो कम से कम इंटर के  सभी सब्जेक्ट्स के लिए अलग से टीचर्स और इंफ्रास्ट्रक्चर जरुर हों। लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा। कुछ कॉलेजेज ने नए टीचर्स को अपॉइंट करने की कोशिश की लेकिन कम पैसे देने की वजह से टीचर्स मिल नहीं रहे।

मैं इंटर फस्र्ट ईयर का स्टूडेंट हूं। अभी तक फस्र्ट ईयर का एग्जाम नहीं हुआ। क्लासेज भी नहीं हो रही। अब तो कुछ समझ में नहीं आ रहा. 
- दीप नारायण, स्टूडेंट

एक तो क्लासेज नहीं होती। समय पर एग्जाम भी नहीं हो रहा। हमारी तो कोई सुनने वाला नहीं। हमारा फाइनल एग्जाम ठीक नहीं हुआ तो कॅरियर पर इसका निगेटिव इफैक्ट होगा।
- राकेश, स्टूडेंट
इंटर फस्र्ट ईयर का एग्जाम अभी तक नहीं हुआ तो इसमें हम कुछ नहीं कर सकते। जहां तक समय पर सिलेबस कंप्लीट होने की बात है तो हमारे पास जितने टीचर्स हैं, हम कोशिश करते हैं कि वे इन बच्चों को ज्यादा से ज्यादा समय दें। टीचर्स की कमी है यह तो हम सभी जानते हैं।
- डॉ आरके दास, प्रिंसिपल को-ऑपरेटिव कॉलेज