RANCHI: रिम्स में शुक्रवार को ज्वाइंट सेक्रेटरी विरेंद्र कुमार सिंह ने अधिकारियों व जूनियर डॉक्टरों के साथ बैठक की। इसमें डॉक्टरों ने हास्पिटल की व्यवस्था सुधारने को लेकर मांग की। इस दौरान डॉक्टरों ने कहा कि इमरजेंसी से लेकर आईसीयू में भी छोटी-छोटी जरूरत की चीजें नहीं मिल पाती हैं, तो मरीजों का इलाज कैसे होगा। इतना ही नहीं, मरीजों की जांच करने वाली एचआइवी और एचबीएस किट भी अवेलेबल नहीं होता है। ऐसे में उन्हें बाहर से मंगाकर इलाज करना पड़ता है। इसके बाद ज्वाइंट सेक्रेटरी ने रिम्स अधिकारियों को जरूरी चीजें उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। बैठक में प्रभारी डायरेक्टर डॉ। मंजू गाड़ी, डिप्टी डायरेक्टर गिरजा शंकर प्रसाद, प्रभारी सुपरिटेंडेंट डॉ। विद्यासागर, डीएस डॉ। संजय कुमार, जेडीए प्रेसिडेंट डॉ। अजीत के अलावा कई अन्य मौजूद थे।

नर्सो को परेशान करता है क्लर्क, शोकॉज

बैठक में नर्सो ने ज्वाइंट सेक्रेटरी को अपनी समस्याएं बताईं। जिसमें उन्होंने बताया कि हास्पिटल के क्लर्क उनकी फाइलों को दबाकर रखते हैं। इस वजह से उन्हें कई तरह की सुविधाएं और लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसके बाद ज्वाइंट सेक्रेटरी ने संबंधित क्लर्क को शोकॉज जारी करते हुए जवाब मांगा है।

226 नर्सो की होगी बहाली

बैठक करने के बाद डिप्टी डायरेक्टर ने कहा कि रिम्स के लिए 226 नर्सो के लिए सैक्शन पोस्ट हैं। जल्द ही इन पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसके बाद नर्स की कमी से जूझ रहे रिम्स में मरीजों को राहत मिलेगी। वहीं उन्हें टाइम से दवाएं और इंजेक्शन मिलेगा।

क्या है डॉक्टरों की डिमांड

-आईसीयू में वेंटीलेटर

-इसीजी मशीन ग्राफ पेपर के साथ

-भीड़ वाले वार्ड में इलेक्ट्रानिक बेड

-पोर्टेबल एक्सरे मशीन

-पोर्टेबल ईसीजी मशीन

-एचआइवी-एचबीएस किट

-ओटी असिस्टेंट

-ओटी इंस्ट्रूमेंट्स

-इमरजेंसी में हर शिफ्ट में 6 नर्स

-24 घंटे एक्सरे टेक्निनिशयन

-कार्ड के साथ ग्लूकोमीटर

-मरीजों के लिए डिसप्ले बोर्ड

-लिफ्ट चालू कराने की मांग

-हॉस्टल में जेनरेटर की सुविधा

-लाइब्रेरी में किताबे बढ़ाई जाएं