- महिला थाने की पुलिस ने इस केस में नहीं दिखाई संवेदनशीलता

- शुरू से ही अपनाया ढुलमुल रवैया, पहला नहीं है यह केस

PATNA : महिला थाने की पुलिस ऑफिसर सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं। थाने की कुछ महिला ऑफिसर अब भी अपने पुराने तरीके से ही काम कर रही हैं और ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरत रही हैं। यही कारण है कि दिन-ब-दिन उनके खिलाफ कंप्लेन बढ़ते ही जा रहे हैं। महिला थाने में इसी साल दर्ज हुए केस नंबर क्भ्/क्ब् में भी लगातार लापरवाही बरती जा रही है। भागलपुर की रहने वाली निशा (बदला हुआ नाम) ने अपने ही रिलेशन के सौरभ कुमार के खिलाफ जबरदस्ती करने संबंधी एक एफआईआर दर्ज कराया था। ब् मई को पटना के एक होटल में सौरभ ने निशा को मिलने बुलाया और बाद में उसके साथ जबरदस्ती की। महिला थाने में एफआईआर दर्ज कराए हुए निशा को काफी दिन हो गए, बावजूद इसके अब तक महिला थाने की पुलिस ने इस मामले में अपनी संवेदनशीलता नहीं दिखाई। महिला थाने की पुलिस ने लड़की के साथ किए गए जबरदस्ती के मामले में तत्पर्यता से कार्यवाई करने की जगह ढ़ुलमुल वाला रवैया अपनाए रखा। महिला थाने की पुलिस और केस के इंवेस्टिगेशन ऑफिसर के रवैये से खफा निशा ने बुधवार को एसएसपी मनु महाराज से मुलाकात की।

आईओ को बदलने का निर्देश

निशा ने एसएसपी के समक्ष अपनी बातें रखीं। एसएसपी से पूरे मामले में उचित कार्रवाई की मांग की। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी ने तुरंत डीएसपी ममता कल्याणी से बात की। डीएसपी ने भी केस की इंवेस्टिगेशन ऑफिसर द्वारा लापरवाही बरते जाने की बात बताई। इस बात को सुनते ही एसएसपी ने फॉरन केस के आईओ को बदलने का निर्देश दिया, साथ ही क्म्ब् के तहत निशा का बयान दर्ज कराने को कहा।

पहले भी लगा चुकी है गुहार

महिला थाने द्वारा बरती गई लापरवाही के खिलाफ और इंसाफ मिलने की आश लगाए बैठी निशा पहले भी सीनियर्स ऑफिसर्स से मिलकर गुहार लगा चुकी है। बीते क्9 मई को निशा एसएसपी से मिलने उनके ऑफिस गई थीं, लेकिन उस टाइम एसएसपी मौजूद नहीं थे। इस कारण निशा की मुलाकात डीएसपी हेड क्वाटर-क् बीके दास से हुई थी। उस टाईम बीके दास ने खुद फोन कर महिला थाने को कार्रवाई करने का निर्देश दिया था, लेकिन उनका निर्देश भी बेअसर साबित हुआ।