- फेक आईडी और दलालों पर अंकुश लगाने के लिए आईआरसीटी ने स्टार्ट की नई पहल

- अब तत्काल की टाइमिंग पर बुक होने वाले टिकट्स की होगी चेकिंग

- किस आईडी से बुक हुआ टिकट, क्या है मोबाइल नंबर, सबकी होगी क्रॉस चेकिंग

GORAKHPUR : ट्रेंस के टिकट में दलालों का दबदबा है। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि कई बार चेकिंग के दौरान यह बात सामने आई है। ट्यूज्डे को भी एक दलाल टिकट चेकिंग स्टाफ के हत्थे चढ़ा है। विंडो टिकट में लगातार बढ़ रहे फ्रॉड पर कंट्रोल करने के लिए रेलवे ने ई-टिकटिंग स्टार्ट कर दी। इसका पहले तो रेलवे को फायदा मिला, लेकिन बाद में दलालों ने इसका भी तोड़ निकाला लिया और फेक अकाउंट और आईडी के जरिए टिकट बेचने में लग गए। मगर अब उनकी यह तरकीब भी काम नहीं आने वाली है। लगातार टिकटिंग में बढ़ रहे फ्रॉड के मामलों को कंट्रोल करने के लिए आईआरसीटीसी ने ई-टिकटिंग में सिक्योरिटी मेजर्स बढ़ाने का फैसला किया है। इसकी शुरुआत फिलहाल तत्काल टिकटों से की जा रही है।

तत्काल टिकट बुक होने के बाद क्रॉस चेकिंग

फ्रॉड की चांसेज को कम करने के लिए रेलवे ने नया सेफ्टी प्रिकॉशन अपनाया है। इसके तहत अब क्0 से क्0.क्भ् के बीच जो भी तत्काल टिकट बुक किया जाएगा, आईआरसीटीसी उस पैसेंजर्स को कॉल कर क्रॉस चेकिंग करेगा। इसमें अगर पूछी गई इंफॉर्मेशन टिकट से मैच करती है, तो टिकट ओके रहेगा। अगर इंफॉर्मेशन मिसमैच करती है तो टिकट ऑटोमेटिक कैंसिल कर दिया जाएगा। वहीं उस पैसेंजर के खिलाफ लीगल एक्शन लेने की भी तैयारी की गई है।

कई प्वाइंट्स पर होगा वेरिफिकेशन

आईआरसीटीसी की इस पहल से ई-टिकटिंग में फ्रॉड की चांसेज काफी कम हो जाएंगे। तत्काल टाइमिंग में टिकट बुक करने पर यूजर को वेरिफिकेशन कॉल की जाएगी, जिसमें उससे टिकट किस आईआरसीटीसी आईडी से बुक किया गया है। उसका पीएनआर नंबर, पैसेंजर मोबाइल नंबर पूछा जाएगा। इसमें से अगर कोई भी इंफॉर्मेशन गलत बताई जाती है, तो पैसेंजर्स का टिकट कैंसिल हो जाएगा। इसके लिए आईआरसीटीसी ने अपनी वेबसाइट पर अलर्ट भी जारी किया है।

प्रिंटआउट से चल जाता है काम

आईआरसीटीसी की इस पहल से तत्काल टिकट बुक करने वालों को काफी राहत मिलेगी। कई बार ऐसा होता है कि दलाल किसी के नाम पर भी तत्काल टिकट बुक कर लेते हैं। ट्रेन में टीटीई या तो मोबाइल का एसएमएस और आईडी चेक करता है या फिर प्रिंटआउट और आईडी। ऐसे में दलाल टिकट लेने वाले पैसेंजर्स को प्रिंटआउट दे देते हैं और आईडी प्रोवाइड करा देते हैं, जिससे उनका टिकट वेरिफाई हो जाता है।