पहले सिर्फ और सिर्फ हरिओम

आसाराम से जुड़े लोगों से जुड़ाव। टीवी पर घंटों के हिसाब से प्रचवन। मधुर-मधुर आवाज में हरि-हरिओम। इस सब का प्रभाव ही था कि यमुनापार की रेजीडेंट 65 वर्षीय हाउसवाइफ मधु कुछ दिनों पहले तक संबोधन में हरिओम ही बोलना पसंद करती थीं। अब सिचुएशन चेंज हो गई है। अब मधु को हरिओम बोलना कतई पसंद नहीं है।

और भी है सिटी में

सीनियर सिटीजन मधु ही अकेली नहीं है जिन्होंने ऐसा किया है.आवास विकास कॉलोनी निवासी रिंकू भी उन लोगों में शामिल हैैं जिन्होंने आसाराम के ऊपर नाबालिग लड़कियों द्वारा यौन उत्पीडऩ के मामले में आरोपी बनाए जाने के बाद हरिओम बोलना बंद कर दिया। इसी एरिया के रहने वाले आकाश भी ऐसे ही लोगों में शामिल है जिन्हें इस शब्द में कतई आस्था नहीं रही।

अब नमस्कार बोलते है पुराने भक्त

 संबोधन की जगह वापस नमस्कार ने ले ली है। हाउस वाइफ मधु बताती है कि टीवी पर आसाराम के प्रवचन सुनती रहती थीं। इसी का असर रहा कि आसाराम के द्वारा बोलने जाने वाला शब्द हरिओम भी आपस में मेल-जोल के टाइम मुंह से निकलने लगा। लेकिन यौन उत्पीडऩ वाले कांड के बाद हरिओम शब्द बोलने का मन ही नहीं करता है।  

आसाराम की फोटो तक हटा रहे

पोस्ट ग्रेजुएशन तक एकेडमी क्वालिफिकेशन अचीव करने वाले रिंकू का कहना है कि इस तरह का असर ज्यादा टिकाऊ नहीं रहता है। टीवी पर प्रवचन का प्रभाव और आसाराम के दूसरे फॉलोअर की देखा देखी हरिओम बोलने लगे। जब सिचुएशन पलट गई तो अस्थाई प्रभाव खत्म हो गया और फिर से नमस्कार बोलने लगे। बात यहां तक पहुंच गई कि कई आगराइट्स अपनी पूजा की अलमारी से आसाराम की फोटो तक को हटा चुके है।

सजा हो उम्रकैद की

दोबारा नमस्कार कहने वालीं सीनियर सिटीजन मधु का कहना है कि आसाराम को उम्रकैद की सजा होनी चाहिए। बिजनेसमैन आकाश भी यौन उत्पीडऩ के आरोप में फंसे आसाराम के दोषी साबित होने के बाद ताउम्र जेल में रखे जाने की सजा की डिमांड करते है। यंगस्टर रिंकू का भी कहना है कि आसाराम ने जो किया है वह ऐसा है कि अब जेल से बाहर निकाला जाना ठीक नहीं है और यह तभी संभव है जब आसाराम को आजीवन कारावास की सजा दे जाए।