JAMSHEDPUR: कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) में इनबिल्ड कंप्यूटर की सप्लाई नहीं किए जाने की बात सामने आई है। इस मामले में पूर्व प्रोवीसी रणजीत कुमार सिंह, वित्त पदाधिकारी सुधांशु कुमार व पूर्व रुसा नोडल पदाधिकारी डॉ। एससी दास द्वारा आपत्ति दर्ज किए जाने के बाद आपूर्तिकर्ता का भुगतान रोक दिया गया। अब आपूर्तिकर्ता राशि के भुगतान को लेकर कोल्हान विश्वविद्यालय का चक्कर लगा रहा है।

34 कंप्यूटर इंस्टॉल किए गए थे

कोल्हान यूनिवर्सिटी में पिछले वित्तीय वर्ष में 34 कंप्यूटर इंस्टॉल किए गए थे। आपूर्तिकर्ता द्वारा इनबिल्ड कंप्यूटर दिए जाने की बात कही गई थी। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। बाद में यह बात जब विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर डॉ। शुक्ला माहांती को पता चली तो उन्होंने इंजीनिय¨रग कॉलेजों के शिक्षकों की कमेटी बनाकर मामले की जांच की बात कही गई। लेकिन इन शिक्षकों के जांच से इन्कार के बाद विश्वविद्यालय के स्तर से तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया। इस कमेटी ने जांच रिपोर्ट सौंप दी है।

राशि निकालने का प्रयास

विश्वविद्यालय में 34 कंप्यूटर को इंस्टॉल करने वाली एजेंसी फंसे हुए 50 लाख रुपये निकालने में जुटी हुई है। विश्वविद्यालय के पदाधिकारी कमेटी की रिपोर्ट का अध्ययन कर रहे हैं। किस तरीके से और कैसे भुगतान करना है, इस बारे में सोच रहे हैं। इस बात को लेकर विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों के बीच जबरदस्त चर्चा है कि जब पदाधिकारियों ने कंप्यूटर के इंस्टॉलेशन पर आपत्ति दर्ज की है, तो सारे पदाधिकारियों से संचिका से एक बार अनापत्ति भी लेनी है।