-बच्चों का मामूली विवाद बन गया प्रिस्टिजियस इश्यू

-पुलिस ने दोनों पक्षों को हवालात में किया बंद

-मारपीट को 100 नंबर पर बताया था लूट

AGRA। फ्राइडे मॉर्निग शहर के युवा प्यार के आगोश में समाए हुए थे, तो वहीं शास्त्रीपुरम के एक दर्जन युवा हवालात की हवा खा रहे थे। बच्चों के झगड़े को इश्यू बनाना उन्हें भारी पड़ गया। देर शाम को समझौते के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।

बच्चों की लड़ाई भी हुआ शामिल

थाना सिकंदरा शास्त्रीपुरम के मोहम्मदपुर निवासी किशनचंद गोयल कलक्ट्रेट में अमीन थे। उनका बेटा मुकेश घर पर ही ज्वैलरी की शॉप चलाता है। फ्राइडे मॉर्निग शॉप के सामने कुछ बच्चे खेल रहे थे। एक बच्चे ने शॉप के सामने थूक दिया। इसको लेकर आपस में कुछ बच्चे भिड़ गए। मुकेश भी बच्चों की लड़ाई में शामिल हो गया।

थाने में भी भिड़े

देखते ही देखते बच्चों की लड़ाई बड़ों में पहुंच गई। मुकेश और महेन्द्र पक्ष आपस में भिड़ गए। मुकेश के पिता किशनचंद ने क्00 नंबर पर ज्वैलरी की शॉप में लूट की सूचना दी। सूचना पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई। थाने पर भी दोनों पुलिस के सामने भिड़ गए।

पुलिस ने किया हवालात में बंद

पुलिस ने मौके की नजाकत देख दोनों को हवालात में बंद कर दिया। महेन्द्र पक्ष से सभी लड़के हवालात में एक-दूसरे को कोस रहे थे। दो लड़कों ने वेलेंटाइन-डे पर बाहर घूमने का प्लान बनाया था। पूरा दिन हवालात में गुजारना पड़ा। देर शाम तक दोनों पक्ष समझौता कर लिया। फर्जी लूट की सूचना देने वाले पर पुलिस कार्रवाई की बात कह रही थी।