RANCHI: मुझको भी तो लिफ्ट करा देयह गाना रांची के डीसी ऑफिस आने वाले हर बूढ़े-बुजुर्ग से लेकर दिव्यांग तक गुनगुना रहे हैं। जी हां, विभिन्न प्रकार के कामों को लेकर डीसी ऑफिस तक दौड़ लगाने के बावजूद आवेदकों का जोश उस समय हवा हो जा रहा है जब उन्हें छठे तल्ले पर जाने के लिए सीढि़यां पर घिसटना पड़ता है। दरअसल, रांची के डीसी ऑफिस में लगी लिफ्ट शापित हो गई हैं। बी ब्लॉक में लगी 6 लिफ्ट में एक ही काम कर रही हैं वो भी कभी-कभार। वहीं ए ब्लॉक की ज्यादातर लिफ्ट भी अक्सर खराब ही रहती हैं। ऐसे में लोगों को डीसी ऑफिस पहुंचने के बावजूद अपना काम कराने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ रही है। वहीं, जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि लिफ्ट खराब हैं। उसे बनाने व मेंटेनेंस के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। जैसे ही एजेंसी का चयन होता है सभी लिफ्ट दुरुस्त करा दी जाएंगी।

छठे तल्ले पर भी सीढि़यों का सहारा

अपना काम कराने के लिए डीसी ऑफि स पहुंचने वाले लोग लिफ्ट नहीं रहने की वजह से छठे तल्ले पर भी सीढि़यों के सहारे ही पहुंच रहे हैं। इसमें कई बुजुर्ग भी रहते हैं जो अपना काम कराने के लिए कार्यालय पहुंचते हैं। लेकिन लिफ्ट नहीं होने की वजह से उनको भी सीढि़यां चढ़नी पड़ रही हैं। इसके अलावा कई दिव्यांग भी किसी तरह सीढ़ी चढ़कर कार्यालय पहुंच रहे हैं।

अधिकारी भी चढ़ रहे सीढ़ी

जिले में काम करने वाले अधिकारियों को भी सीढि़या चढ़कर ही जाना पड़ रहा है। इसके बावजूद लिफ्ट पूरी तरह से नहीं बन रही है। बी ब्लॉक में रांची के सीनियर एसपी, सिटी एसपी, डीएसपी, एसडीओ, डीटीओ, एलआरडीसी सहित कई अधिकारी बैठते हैं। लेकिन लिफ्ट नहीं होने की वजह से सभी अधिकारी सीढ़ी चढ़कर ही अपने कार्यालय पहुंच रहे हैं।

एक लिफ्ट पर बैंक का कब्जा

ए ब्लॉक में एक ही लिफ्ट काम कर रही है, जिसपर पांचवें तल्ले पर स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों और कर्मचारियों की मनमानी के कारण डीसी ऑफि स के अधिकारी और कर्मचारी से लेकर वहां आने वाले तमाम लोग परेशान रहते हैं। इस लिफ्ट का इस्तेमाल सिर्फ बैंक द्वारा ही किया जाता है, जो ग्राउंड फ्लोर से सीधे फिफ्थ फ्लोर पर ही जाकर रुकती है। स्टेट बैंक द्वारा दोनों गैलरी में ताला लगा दिया जा रहा है। नतीजन, फिफ्थ फ्लोर पहुंचने के बाद छठे तले या उसके नीचे चौथे तले, तीसरे तले दूसरे तले तक में लोग उस लिफ्ट का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। इस बारे में जब बैंक के अधिकारियों से पूछा गया तो उनका कहना है कि इस लिफ्ट का मेंटेनेंस खर्च हम लोग देते हैं। इसलिए इसका यूज जिला प्रशासन के अधिकारियों या वहां आने वाले किसी भी व्यक्ति को नहीं करने दिया जाएगा।