- छह मार्च को मिलने है यश भारती पुरस्कार

- पुरस्कार पाने वालों के नाम अभी तक तय नहीं

sanjeev.pandey@inext.co.in

LUCKNOW: मेजबानों की तैयारी पूरी लेंकिन मेहमानों का पता नहीं और कुछ ऐसा ही हाल है संस्कृति विभाग का। दरअसल, संस्कृति विभाग में यश भारती पुरस्कार वितरण समारोह के आयोजन की तैयारियां जोरों पर है। बाकायदा शासन ने पत्र लिखकर अधिकारियों को यश भारती पुरस्कार में सम्मानित होने वालों के ठहरने, आने-जाने, भोजन आदि की व्यवस्था करने का फरमान भी जारी कर दिया है। अब अधिकारी परेशान है कि जब यश भारती पाने वालों की सूची अभी तक जारी ही नहीं हुई है तो वे इंतजाम क्या करें। मालूम हो कि आगामी छह मार्च को राज्य सरकार यश भारती सम्मान समारोह का आयोजन करने जा रही है लेकिन पुरस्कृत होने वाले लोगों की सूची सार्वजनिक नहीं हुई है।

केवल पांच दिन का वक्त बाकी

संस्कृति विभाग के अधिकारी परेशान हैं कि आखिर वे किसके लिए कहां क्या व्यवस्था करें। मात्र पांच दिन का वक्त बचा है। ऐसे में कार्यक्रम की व्यवस्था में लगे अधिकारी होटल, टैक्सी आदि की बुकिंग कराने को लेकर दुविधा में पड़े है। ऐन वक्त पर यदि होटलों में कमरे नहीं मिले तो विभाग को शर्मिदगी का सामना भी करना पड़ सकता है। पत्र पाने वाले कई अधिकारियों ने बताया कि गेस्ट लिस्ट के लिए वे दिन भर इधर-उधर भटक रहे है। इसके बगैर किसी तरह का इंतजाम कर पाना संभव नहीं है। जब तक यह पता नहीं चलेगा कि आखिर कितने कंडीडेट है तो ऐसे में कितने लोगों के रहने और आने-जाने की व्यवस्था की जाए। इतना ही नहीं, अभी तक निमंत्रण पत्र भी छपने नहीं भेजे गये है। मात्र चार दिनों के भीतर इतने इंतजाम करने में कई मुश्किलें भी आएंगी। यश भारती पाने वाले लोग सिर्फ लखनऊ के नहीं बल्कि प्रदेशभर के हैं। विभाग को उनके साइटेशन भी तैयार कराने है। होर्डिग, बैनर समेत प्रचार-प्रसार के भी तमाम बंदोबस्त अभी बाकी है।

अधिकारियों को बांट दिए काम

संस्कृति निदेशालय की संयुक्त निदेशक अनुराधा गोयल को कार्यक्रम का नोडल अधिकारी बनाया गया है। वित्त नियंत्रक आलोक कुमार सिंह को पुरस्कार राशि एवं आयोजन सबंधी व्यय की धनराशि की व्यवस्था करने को कहा गया है। संस्कृति निदेशालय के हेमंत कुमार मिश्र को सह नोडल अधिकारी बनाये गये हैं। उप्र संग्रहालय के निदेशक अजय कुमार पाण्डेय को अतिथियों को उनके प्रोटोकाल के अनुसार लाने-ले जाने, उनके ठहरने और भोजन आदि की व्यवस्था का जिम्मा दिया गया है। वहीं राजकीय अभिलेखागार की निदेशक रूबीना बेग को निमंत्रण पत्रों का मुद्रण, वितरण और स्मारिका को छापने का काम दिया गया है। अंग वस्त्र ओर प्रशस्ति पत्र का इंतजाम संस्कृति निदेशालय के प्रोग्राम इक्जीक्यूटिव डॉ। लवकुश द्विवेदी को करना है।

यश भारती सम्मान समारोह के लिए तैयारियां चल रही है। लेकिन अभी तक सम्मानित किए जाने वालों की सूची जारी नहीं हुई है।

-अरुणा कुमार कोरी

संस्कृति मंत्री।