Makeup के sideeffects
तो अगर आप मम्मी बनने जा रही हैं तो पार्लर्स और ब्यूटी प्रोडक्ट्स को अवॉयड करना शुरू कर दीजिये। स्पेशलिस्ट का कहना है कि अनबॉर्न बेबी के हेल्थ के लिये कॉस्मेटिक्स से भी दूर रहना बेहद जरूरी है। स्किन स्पेशलिस्ट डॉ आर कुमार ने बताया कि प्रेगेनेंसी में फस्ट थ््राी मंथ काफी प्रीकॉशन बरतना चाहिये क्योंकि इस समय बेबी डेवलप होता है इसीलिये किसी भी तरह के केमिकल एप्लीकेशन से बचना चाहिये। हैवी मेकअप और बॉडी ट्रीटमेंट से बचना चाहिये क्योंकि इन केमिकल की वजह से अबॉर्शन तक  का खतरा हो सकता है।

Antiseptic liquid से भी हो सकता है खतरा
गायनकलोजिस्ट रेनुका चौधरी का कहना है कि डिफरेंट तरह के एन्टीसेप्टिक लिक्विड के यूज से बचना चाहिये क्योंकि ये अनबॉर्न बेबी के हेल्थ को इनडायरेक्टली काफी हार्म पहुंचा सकते हैं।

Hair removing cream भी हो सकती है खतरनाक
डॉ चौधरी बताती हैं कि प्रेगेनेंसी के दौरान हम अक्सर लेडिज को हेयर रिमूवविंग क्रीम जैसे कन्टेन्ट को अवॉयड करने की सलाह देते हैं क्योकि एक लंबे समय तक हेयर रिमूवविंग क्रीम का स्किन से कान्टेक्ट बेबी के हेल्थ के लिये काफी खतरनाक साबित हो सकता है।

हो सकते हैं birth defects
मेकअप बेबी के बर्थ के लिये ही नहीं उसके फ्यूचर के लिये भी काफी खतरनाक साबित हो सकते हैं। स्टडी बताते हैं कि प्रेगनेंसी के दौरान मदर के हाई एक्सपोजर मेकअप, हेयर स्प्रे जैसे कई कन्टेन्ट के इस्तेमाल से बच्चे में जन्म के 4 से 9 साल के बाद कई तरह के बर्थ डिफेक्ट आ सकते हैं।

'प्रेगनेंसी के फस्ट सेमेस्टर में डिफरेंट बॉडी ट्रीटमेंट और हेवी मेकअप को अवॉयड करना चाहिये क्योंकि इस टाइम अबॉर्शर्न के चांसेज सबसे ज्यादा होते हैं.'
-डॉ आर कुमार, स्किन स्पेशलिस्ट

'बहुत लंबे टाइम तक कॉस्टमेटिक का केमिकल कंटेंट बाडी में बने रहने की वजह से बेबी के हेल्थ को काफी नुकसान पहुंचा सकता है.'
-डॉ रेणुका चौधरी, गायनकोलोजिस्ट

'मुझे डॉक्टर ने प्रेगनेंसी के दौरान कॉस्मेटिक का ज्यादा इस्तेमाल न करने की सलाह दी है.  उनका कहना है कि मेक अप लगाना बेबी के हेल्थ प्वॉयंट ऑफ व्यू से अच्छा नहीं है.'
-गीता प्रसाद, सोनारी

Report by: jamshedpur@inext.co.in