संडे को शहर में तीन बड़े एग्जाम थे। रेलवे, एसएससी और सीपीएमटी। पिछले हफ्ते रेलवे एग्जाम में पकड़े गए मुन्नाभाइयों की वजह से रेलवे की भारी फजीहत हुई थी। नतीजा इस बार खास चौकसी बरती गई थी। जबरदस्त एलर्टनेस के कारण एग्जाम शांतिपूर्ण संपन्न हो गया।

स्पेशल टीम की निगरानी में रहे सेंटर्स

- संडे को एग्जाम सेंटर पर रहे सुरक्षा के कड़े इंतजाम

- 54 परसेंट ने कर दिया सरेंडर, 46 परसेंट कैंडिडेट ही हुए शामिल

- सादे वर्दी में घूमते रहे जवान

ALLAHABAD: आआरबी के असिस्टेंट लोको पायलट और टेक्निशियन के लिए रिटेन एग्जाम में ख्9 जून को इलाहाबाद में और क्फ् जुलाई को लखनऊ में दो-दो मुन्ना भाइयों के पकड़े जाने के बाद इस संडे को एग्जाम सेंटर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे। क्योंकि संडे को आरआरबी के रिटेन एग्जाम का लास्ट फेज था। टाइट सिक्योरिटी और रेलवे के एलर्टनेस का ही परिणाम रहा कि संडे को इलाहाबाद में कोई भी मुन्ना भाई एग्जाम सेंटर तक पहुंचने की हिम्मत नहीं कर सका। इसी के साथ आरआरबी का रिटेन एग्जाम पूरा हो गया।

भ्ब् परसेंट ने हथियार डाल दिया

अब इसे रेलवे की ओर से किया गया पुख्ता इंतजाम कहें, या फिर आरआरबी एग्जाम से उठ रहा कैंडिडेट्स का विश्वास कि संडे को लास्ट फेज में ब्म् परसेंट ही कैंडिडेट शामिल हुए। एग्जाम के लिए भ्ब् हजार 79ख् कैंडिडेट्स बुलाए गए थे, जबकि केवल ख्भ् हजार फ्क्फ् कैंडिडेट ही शामिल हुए।

एग्जाम सेंटर पर तैनात थी स्पेशल टीम

हाईटेक तरीके से नकल का मामला सामने आने के बाद रेलवे ने संडे को ऐसे लोगों को पकड़ने के लिए, स्पेशल टीम बनाई थी। जिसमें तेज तर्रार जवानों के साथ रेलवे के कुछ अधिकारी भी शामिल थे। जो पब्लिक की भीड़ में शामिल होकर ही सेंटर पर और सेंटर के आस-पास नजर रखे हुए थे। वहीं सेंटर के अंदर भी रेलवे की टीम नजर गड़ाए हुए थी। एग्जाम तो क्क् बजे से शुरू होना था। लेकिन टीम संडे की भोर में ही अपने काम में लग गई थी, जो एग्जाम समाप्त होने के बाद ही हटी। बिना किसी परेशानी के एग्जाम संपन्न होने पर आरआरबी स्टॉफ और अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

संडे को आरआरबी के असिस्टेंट लोको पायलट और टेक्निशियन एग्जाम में भ्ब् हजार 7फ्ख् कैंडिडेटों को शामिल होना था। लेकिन केवल ख्भ् हजार फ्क्फ् कैंडिडेट ही शामिल हुए। इसके अलावा कहीं भी कोई दिक्कत नहीं हुई। नकल करने की किसी की भी हिम्मत नहीं हुई।

एसके माथुर

चेयरमैन

आरआरबी, इलाहाबाद

एक कोच पर तीन गुना लोड

संडे को आरआरबी के असिस्टेंट लोको पायलट और टेक्निशियन, एसएससी के सीजीएल एग्जाम और मेडिकल कॉलेजों में इंट्री के लिए सीपीएमटी एग्जाम होने के लिए इलाहाबाद में करीब 90 हजार कैंडिडेटों को आना था। जिसमें करीब भ्0 परसेंट ही कैंडिडेट शामिल हुए। फिर भी ज्यादातर ने आने-जाने के लिए ट्रेन का ही सहारा लिया, इसलिए स्टेशन पर अलग-अलग रूट पर दौड़ने वाली ट्रेनों में भीड़ का दबाव बना रहा.भीड़ के दबाव को देखते हुए सुरक्षा में लगाए गए आरपीएफ और जीआरपी के जवान भी पसीना छोड़ने लगे। वे प्लेटफार्म पर बैठे कैंडिडेट को जबर्दस्ती ट्रेनों में बैठा रहे थे।

रिजनिंग के कुछ सवालों ने किया परेशान

असिस्टेंट लोको पायलट और टेक्निशियन के रिटेन एग्जाम में शामिल कैंडिडेट्स की मानें तो एग्जाम न ज्यादा टफ था और न ही बहुत आसान। गणित के कुछ सवालों ने जहां कैंडिडेट्स को उलझाया, वहीं रिजनिंग से जुड़े कुछ सवालों का जवाब देने में दिमाग पर अधिक जोर लगाना पड़ा। वहीं एग्जाम शुरू होने से पहले और बाद में सेंटर तक पहुंचने और वहां से स्टेशन पहुंचने में कैंडिडेट्स को परेशानी का सामना करना पड़ा।