क्या थी पुलिस कर्मी की खता?

सीनियर ऑफिसर्स को भेजे गए त्याग पत्र में कांस्टेबल ने कहा है कि उसे अवैध शराब की खेप पकडऩे पर इंस्पेक्टर रघुवीर असवाल ने पीठ थपथपाने की बजाए बहुत भला बुरा कहते हुए अभद्र व्यवहार किया। दरअसल, जुलाई माह में कांस्टेबल करुणेश ने मारुती कार संख्या यूपी 11 इ 0004 में 25 पेटी अवैध शराब पकड़ी थी। इस दौरान उसे काफी कुछ सुनने को मिला। इसके बावजूद कांस्टेबल ने अपने फर्ज को बखूबी अंजाम देते हुए दूसरी बार कार नंबर यूए10 डी 0074 में 22 पेटी अवैध शराब बरामद की। इस बार भी प्रोत्साहन की जगह उसे गालियां मिली। इतना ही नहीं करुणेश का रातों रात ऋषिकेश से ट्रंासफर कर दिया गया है। उसे दून के सिटी कोतवाली में ज्वाइनिंग का लेटर थमा दिया गया।

मुकदमा दर्ज कर करने की मिली धमकी

सिटी कोतवाली में ज्वाइनिंग के कुछ समय बाद कांस्टेबल करुणेश कुमार ऋषिकेश अपना सामान लेने गया। करुणेश ने अपने त्यागपत्र में इस बात का जिक्र किया है कि जैसे ही उसके ऋषिकेश आने की खबर इंस्पेक्टर रघुवीर असवाल को मिली उन्होंने उसे जबरन कोतवाली बुला लिया। यहां एक बार फिर उसे बेइज्जत किया गया और दोबारा नजर आने पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की धमकी दी गई। इस दौरान भी उसके साथ बुरी तरह गाली गलौच की गई। डीआईजी अमित सिन्हा को दिए गए त्यागपत्र में करुणेश ने कहा है कि वह इस कदर बेइज्जत होकर नौकरी नहीं करना चाहता। उसके इस्तीफा देने के लिए केवल और केवल इंस्पेक्टर रघुवीर असवाल जिम्मेदार हैं।

डीआईजी ने लिया संज्ञान

एक कांस्टेबल द्वारा इस्तीफा दिये जाने के साथ ही इसके पीछे के कारण की जानकारी मिलने के बाद डीआईजी गढ़वाल रेंज अमित सिन्हा भी हैरान हैं। उनका कहना है किसी भी कर्मी को इस्तीफा देने जैसा निर्णय लेने से पहले कई बार विचार करना चाहिए। पूरा परिवार एक व्यक्ति पर निर्भर करता है। इस बात को मद्देनजर रखते हुए त्याग पत्र फिलहाल स्वीकार नहीं किया गया है। रही बात इंस्पेक्टर पर लगे आरोपों की तो उस पर गंभीरता के साथ जांच कराई जाएगी। अगर आरोप सच निकले तो कोई भी हो उसके खिलाफ एक्शन जरूर लिया जाएगा।

 

एक पुलिसकर्मी द्वारा इस्तीफा दिया गया है। जिसे अभी स्वीकार नहीं किया गया है। त्याग पत्र देने के पीछे उठे कारण गंभीर हैं.  इस पर जांच कराई जाएगी।

अमित सिन्हा, डीआईजी गढ़वाल रेंज