शटल बस सर्विस भी यूजलेस

नई टर्मिनल बिल्डिंग से पार्किंग प्लेस तक आने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ने पैसेंजर्स के लिए शटल बस सर्विस शुरू की है। पर इसमें हो रही प्रॉब्लम के कारण पैसेंजर्स इसका यूज नहीं करते। ऐसे में बस अक्सर खाली ही जाती है। पैसेंजर्स का कहना है कि नई टर्मिनल बिल्डिंग से पार्किंग प्लेस तक जाने में बहुत टाइम लगता है। ऐसे में हम कुछ दूर पैदल चलकर रोड से ही गाड़ी ले लेते हैं। इसलिए शटल बस सर्विस बहुत यूजफुल नहीं हो पा रही है।

टैक्स घटे, नई फ्लाइट्स  नहीं
रांची से नई फ्लाइट्स का रास्ता आसान करने के लिए झारखंड गवर्नमेंट ने एयर ट्रैफिक फ्यूल पर वैट की दर 20 परसेंट से घटाकर 16 परसेंट कर दी, पर गवर्नमेंट की इस इनिशिएटिव के बावजूद नई फ्लाइट्स शुरू होने की कोई पॉसिबिलिटीज नहीं दिख रही है। अब तक सिटी में न कोई नई फ्लाइट शुरू हुई है और न ही आगे कोई पॉसिबिलिटी नजर आ रही है। जबकि एयरलाइंस कंपनियों को इस छूट का लाभ देने से गवर्नमेंट को हर साल 12 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है।

तीन कंपनियों को फायदा
रांची से गो एयर, जेट एयरवेज और एयर इंडिया की फ्लाइट सर्विस चालू हैं। ये ही कंपनियां एटीएफ में मिली छूट का फायदा उठा रही हैं। एटीएफ में छूट से रोजाना इन कंपनियों को लाखों का फायदा हो रहा है, लेकिन इन कंपनियों के पास नई फ्लाइट शुरू करने की कोई प्लानिंग नहीं है। जबकि एयरपोर्ट अथॉरिटी ने इन रांची में नाइट लैंडिंग भी फ्री कर दी है।

नई उड़ान अभी नहीं
जेट एयरवेज के सिटी के स्टेशन मैनेजर विनय ने बताया कि अभी रांची से नई फ्लाइट शुरू करने की हमारी कोई प्लानिंग नहीं है। वहीं गो एयर के नीरज ने बताया कि अभी कोई नई फ्लाइट रांची से शुरू होने नहीं जा रही है। फिलहाल रांची से दिल्ली के लिए कोई मार्निंग फ्लाइट नहीं है, इसकी वजह सुबह दिल्ली जाने के लिए पैसेंजर्स को जेट एयरवेज की फ्लाइट से कोलकाता जाना पड़ता है और फिर वहां   से दिल्ली की कनेक्टिंग फ्लाइट पकडऩी   पड़ती है।

यहां के लिए होनी चाहिए फ्लाइट
रांची से मुंबई के लिए मॉर्निंग फ्लाइट की जरूरत है। इसके अलावा बेंगलुरू, चंडीगढ़, चेन्नई, अहमदाबाद, कानपुर, रायपुर, बनारस के लिए नई उड़ानों की जरूरत है। नई टर्मिनल बिल्डिंग के इनॉगरेशन के मौके पर लोकल एमपी सुबोधकांत सहाय और सेंट्रल रूरल डेवलमेंट मिनिस्टर जयराम रमेश रांची से दिल्ली की मार्निंग फ्लाइट शुरू करने की अपनी चाहत भी जता चुके हैं। इसके बावजूद नई फ्लाइट्स शुरू नहीं हो पा रही हैं।