RANCHI : रांची -टाटा नेशनल हाइवे-33 निर्माण में रोड़ा दूर होने का नाम नहीं ले रहा है। इस काम के लिए कोई भी एजेंसी सामने नहीं आ रही है। दरअसल, हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई रोड निर्माण में हुए घोटाले व अनियमितता की सीबीआई जांच चल रही है। इस वजह से कोई भी एजेसी रोड बनाने का टेंडर लेकर कंट्रोवर्सी में नही पड़ना चाहती है। एनएचइआई के प्रोजेक्ट हेड अजय कुमार सिन्हा ने बताया कि टेंडर डालने की अंतिम तारीख 29 नवंबर है। इसके बाद ही पता चलेगा कि कौन कंपनी इसमे शामिल होगी।

दो बार टेंडर हो चुका फेल

रांची-टाटा रोड के निर्माण के लिए अलग-अलग तीन सेक्शन में दो बार टेंडर निकल चुका है, लेकिन कोई भी कंपनी काम करने के लिए आगे नही आ रही है। विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस रोड पर सीबीआई का जांच भी चल रहा है, इसलिए काम करने वाले लोगों को डर सता रहा है कि जांच के कारण कहीं उनका पैसा इस रोड के काम में फंस ना जाए, इसलिए कोई कंपनी आगे नही आ रही है।

2015 में ही पूरा होना था कंस्ट्रक्शन

रांची -टाटा रोड एनएच 33 का काम दिसंबर 2012 में शुरू हुआ था। हैदराबाद की कंपनी मधुकॉन द्वारा इसका काम किया जा रहा था। तीन साल में 2015 में काम को पुरा हो जाना था, लेकिन अभी तक तीन साल के बाद 2018 में भी काम पूरा नही हो पाया है। अब मामला हाईकोर्ट में चला गया है और हाईकोर्ट ने इस रोड पर सीबीआई जांच भी बैठा दिया है।

हाईकोर्ट कर रही है मॉनिटरिंग

झारखंड हाई कोर्ट ने नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) को कहा है कि वह तत्काल रांची टाटा सड़क के निर्माण के लिए जो भी जरूरी है उसे शुरू करे। साथ ही हाईकोर्ट द्वारा इस रोड पर सीबीआई जांच का आदेश भी दिया है। कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने पीई भी दर्ज कर लिया है।