RANCHI : रिम्स में मरीजों को 80 रुपए में भोजन परोसने के लिए कोई कांट्रैक्टर राजी नहीं है। रिम्स प्रबंधन आउटोसोर्सिग के माध्यम से ठेकेदार ढूंढ रहा है, पर टेंडर डालने के लिए कोई सामने नहीं आ रहा है। ऐसे में यहां 1400 मरीजों के लिए भोजन बनाना और उन्हें परोसने बड़ी समस्या बनती जा रही है। समय पर मरीजों को भोजन नहीं मिल रहा है। अगर इसका समाधान नहीं निकला तो मरीजों के भोजन पर भी आफत आ सकती है।

यह है मामला

रिम्स प्रबंधन की गवर्निग बॉडी की मीटिंग में लिए गए फैसले के मुताबिक, 100 रुपए प्रति मरीज के हिसाब से कांट्रैक्टर को पेमेंट किया जाना है। इसमें 80 रुपए मरीज की डाइट के अलावा सर्विस चार्ज भी शामिल है। इसमें मरीजों को फल, ब्रेड, दूध, अंडा, मछली, चिकन और पनीर जैसे आइटम देना है। इसके अलावा प्रति मरीज 20 रुपए का सर्विस चार्ज भी फिक्स्ड किया गया है। ऐसे में कोई भी कांट्रैक्टर इस टेंडर को लेने के लिए तैयार नहीं है, क्योंकि उसे आशंका है कि इस टेंडर को लेने से उन्हें नुकसान उठाना पड़ेगा।

किचन में रोकना है हेराफेरी

रिम्स प्रबंधन के मुताबिक, मरीजों के लिए आए सामानों का किचन स्टाफ्स द्वारा अपने लिए इस्तेमाल किए जाने की शिकायत मिलने के बाद ही आउटसोर्सिग के माध्यम से मरीजों को भोजन परोसे जाने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा मरीजों को समय पर हेल्दी फूड आइटम मिले, इसके लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं।