RANCHI : सदर हॉस्पिटल कैंपस में डॉक्टर्स के रहने के लिए तैयार आवासीय परिसर 'भूत बंगला' में तब्दील होता जा रहा है। सौ डॉक्टर्स के रहने के लिए करोड़ों रुपए की लागत से आठ साल पहले यह हॉस्टल बनाया गया था, लेकिन आजतक न तो इसे हैंडओवर किया गया और न ही किसी डॉक्टर ने इसमें रहने की इच्छा ही जताई। ऐसे में सभी फ्लैट्स आज भी उद्घाटन होने का बाट जोह रही है। लेकिन, इसकी फिक्र न तो हॉस्पिटल मैनेजमेंट को है और न ही हेल्थ डिपार्टमेंट को। मालूम हो कि डॉक्टर्स हॉस्टल साल 2010 में बनकर तैयार हो गया था।

मेंटनेंस नहीं, हालत जर्जर

सदर परिसर में अवस्थित डॉक्टर्स हॉस्टल आठ सालों से वीरान पड़ा है। यहां सौ डॉक्टर्स के रहने की व्यवस्था है, पर आजतक किसी ने भी यहां डेरा नहीं जमाया। सभी के सभी फ्लैट्स खाली पड़े हैं। ऐसे में न तो हॉस्टल का मेंटनेंस हो रहा है और न ही इसकी रखवाली करने वाला कोई है। ऐसे में हॉस्टल की स्थिति जर्जर होती जा रही है।

हॉस्टल में हैं सारी सुविधाएं

जी प्लस 10 के इस बिल्डिंग में 100 डॉक्टरों के रहने की व्यवस्था है। जिसमें लिफ्ट से लेकर तमाम सुविधाएं है। इतना ही नहीं डॉक्टरों की जरूरत के अनुसार इस बिल्डिंग में 1 बीएचके और 2 बीएचके के सेपरेट फ्लैट भी है जो पूरी तरह से वेल फर्निश भी है। इसके बावजूद सालों से इस बिल्डिंग को कोई झांकने तक नहीं आया है।

गार्ड और स्टाफ ने जमा रखा है कब्जा

डॉक्टर्स क्वार्टर में भले ही डॉक्टर न रहते है, लेकिन जब उन्हें पार्टी करने का मन होता है तो डॉक्टर्स क्वार्टर है न। जहां सदर हॉस्पिटल में काम करने वाले डॉक्टरों की पार्टी तो हो जाती है। बाकी के दिनों में वहां पर गा‌र्ड्स और हॉस्पिटल का काम कर रहे स्टाफ्स ने कई कमरों में कब्जा कर रखा है। ऐसे में उन्हें बिना खर्च के ही बेहतर सुविधाएं मिल रही है। उन्हें कोई रोकने-टोकने वाला भी नहीं है।