- टाइम से द3तर नहीं पहुंचते नगर निगम के अफसर व कर्मचारी

- 10 बजे की टाइमिंग 10:30 बजे तक नहीं पहुंचे अफसर व कर्मचारी

GORAKHPUR: निकाय चुनाव 2ात्म होते ही नगर निगम की सत्ता बदल गई। नई कार्यकारिणी ने अ5ाी शपथ नहीं ली है। इसलिए अफसर और वहां के जि6मेदार बिल्कुल अस्तिल है। ऑफिस आने और जाने का कोई वक्त 5ाी तय नहीं है। समय से ऑफिस आने के लिए बायोमिट्रिक मशीने लगाई गई हैं, इसके बाद 5ाी उनपर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। नगर निगम के जि6मेदारों की इस लेटलतीफी की वजह से शहरवासियों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। सुबह द3तर पहुंचने का टाइम 10 बजे है, मगर जब दैनिक जागरण आई ने1स्ट की टीम नगर निगम पहुंची, तो 10:30 बजे तक कोई 5ाी अफसर अपनी सीट पर नहीं मिला। नगर आयुक्त से लेकर अपर नगर आयुक्त, नगर मु2य अ5िायंता , संयुक्त नगर आयुक्त , सहायक नगर आयुक्त, कर निर्धारण अधिकारी की कुर्सी 2ाली मिली।

नगर आयुक्त के द3तर में एक कर्मचारी

टीम अंदर दा2िाल होने के बाद सुबह 10.30 बजे सबसे पहले नगर आयुक्त के द3तर पहुंचा। यहां बाहर कर्मचारी बैठे हुए थे, लेकिन नगर आयुक्त का कमरा 2ाली मिला। वहीं बगल में अपर नगर आयुक्त के द3तर में पहुंचा तो दरवाजे पर ही एक कर्मचारी बैठा मिला। द3तर के अंदर पहुंचा तो अपर नगर आयुक्त की कुर्सी 2ाली थी और दो कर्मचारी आपस में बात कर रहे थे।

संयुक्त नगर आयुक्त की कुर्सी 5ाी 2ाली

इसके बाद रिपोर्टर यहां से सीधे संयुक्त नगर आयुक्त के कमरे में पहुंचा। यहां पर 5ाी कुर्सियां 2ाली मिली। यहां तो अधिकारी के साथ कर्मचारी 5ाी नदारद मिले। इसके बाद द3तर से बाहर आया और नगर मु2य अ5िायंता के द3तर में दा2िाल लेकिन साहब नहीं मिले। यहां से सहायक नगर आयुक्त, कर निर्धारण अधिकारी के कक्ष की कुर्सियां 2ाली मिली।

सावर्जनिक निर्माण वि5ाग, ले2ा वि5ाग में सिर्फ एक दो कर्मचारी ही दि2ाई पड़े अन्य की कुर्सियां 2ाली मिली। टीम जब कर वि5ाग के द3तर में दा2िाल हुई तो यहां सिर्फ चार से पांच ही कर्मचारी बैठे मिले। अन्य कर्मचारियों की टेबल पर सिर्फ फाइलें र2ाी हुई थी और वे नदारद मिले। करीब आधे घंटे तक गेट पर 2ाड़े होकर अफसर व कर्मचारियों का इंतजार होता रहा लेकिन कोई कर्मचारी नहीं पहुंचा।

टीम दे2ाते ही पकड़ी ली कुर्सी

टीम जैसे ही बाहर पहुंची तो यहां कुछ कर्मचारी बाहर बैठ कर धूप ले रहे थे। कर्मचारी टीम को दे2ाकर द3तर के अंदर चले गए और कुर्सी पर बैठकर अपना कार्य करने लगे, लेकिन अन्य वि5ागों की स्थिति काफी दयनीय रही। न तो कर्मचारी आए थे और न ही जि6मेदार अफसर। यहां टै1स जमा, मृत्यु प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र सहित अन्य कार्य के लिए प4िलक पहुंचती है, जिन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है।