ALLAHABAD: नो पार्किंग जोन और एरिया में कार पार्क करना अब भारी पड़ सकता है। नगर निगम के साथ मिल कर ट्रैफिक डिपार्टमेंट ने नो पार्किंग में कार पार्क करने पर जुर्माना का रेट 300 रुपये से बढ़ा कर सीधे 1100 रुपये कर दिया है। ट्रैफिक डिपार्टमेंट के टोचन वाहन को हटाकर नगर निगम की मदद से लखनऊ की एक एजेंसी से किराए पर दो क्रेन मंगाई गई है। इसका किराया वसूलने के साथ ही प्रति कार 500 रुपया निगम और 500 रुपया ठेकेदार के खाते में जा रहा है। ट्रैफिक डिपार्टमेंट के एकाउंट में 100 रुपया ही जा रहा है।

 

शहर में रोड पर और नो पार्किंग जोन में अपनी कार पार्क करने वालों को सबक सिखाने और कार उठाकर कार मालिकों से जुर्माना वसूलने के लिए ट्रैफिक डिपार्टमेंट ने नगर निगम से दो क्रेन मांगे थे। नगर निगम एडमिनिस्ट्रेश ने लखनऊ के मेसर्स डीके इंटरप्राइजेज के साथ कांट्रैक्ट कर दो क्रेन मंगाया। इन्हें ट्रैफिक पुलिस को सौंप दिया गया। अब क्रेन का किराया वसूलने के लिए नगर निगम ने पर कार 500 रुपये अपने खजाने में डालने का इंतजाम किया है।

 

युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव जितेंद्र तिवारी को उनके एक परिचित ने कॉल कर बताया कि सुभाष चौराहे पर खड़ी कार को जबर्दस्ती ट्रैफिक डिपार्टमेंट के लोग टोचन करके ले गए हैं और जुर्माना के रूप में 1100 रुपया मांग रहे हैं। जितेंद्र तिवारी ने टै्रफिक डिपार्टमेंट के लोगों से पूछा कि पार्किंग का जुर्माना 100 रुपये से 300 रुपये होता है, तो 1100 रुपये क्यों लिया जा रहा है। बताया गया कि 1000 रुपये क्रेन के नाम पर नगर निगम के खाते में जा रहा है। ट्रैफिक डिपार्टमेंट को केवल 100 रुपया ही फाइन के रूप में मिल रहा है।

 

नो पार्किंग जोन में कार पार्क करने पर अलग-अलग एरिया में अलग-अलग जुर्माना है। नगर निगम ने कांट्रैक्ट पर दो क्रेन मंगाये हैं। इनका जुर्माना 1100 रुपया लिया जा रहा है। लखनऊ में भी इतना ही जुर्माना है। लखनऊ के सिस्टम को ही इलाहाबाद में लागू किया गया है। वैसे नगर आयुक्त ही इसके बारे में कुछ बेहतर बता सकते हैं।

कुलदीप सिंह, एसपी ट्रैफिक

 

ट्रैफिक पुलिस की डिमांड पर लखनऊ की एजेंसी से कांट्रैक्ट कर दो क्रेन मंगाई गई है। क्रेन का किराया जुर्माना की राशि से वसूलने का निर्णय लिया गया है। कुछ पैसा नगर निगम के खाते में भी जमा हो रहा है।

हरिकेश चौरसिया, नगर आयुक्त, इलाहाबाद